गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जहां फूलचंद केरकेट्टा नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी खलेसिया केरकेट्टा की टांगी से हत्या कर दी। हत्या के बाद वह 30 किलोमीटर पैदल चलकर थाने पहुंचा और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया।
घरेलू विवाद बना हत्या का कारण
इस दर्दनाक घटना का कारण घरेलू विवाद बताया जा रहा है। मृतिका के पुत्र ने पुलिस को जानकारी दी कि उसके माता-पिता पोजेंगा बाजार से लौटने के बाद शराब के नशे में थे। रात में खलेसिया पड़ोस की दो महिलाओं के साथ शराब पी रही थी। इस दौरान पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ, जो इतना बढ़ गया कि फूलचंद ने गुस्से में आकर घर में रखी टांगी से खलेसिया पर लगातार वार किए।
- घटना के समय पड़ोस की दोनों महिलाएं वहां मौजूद थीं, लेकिन हत्या होते देख वे भाग गईं।
- वारदात के बाद फूलचंद घर से निकलकर सीधे थाने पहुंचा।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ नजीर अख्तर और पालकोट थाना प्रभारी मो. जहांगीर अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
- पुलिस ने मृतिका के शव को गुमला सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस भेजा।
- पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
हत्या में प्रयोग किया गया टांगी भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
गहराई से की जा रही पूछताछ
गुमला पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह के निर्देश पर आरोपी फूलचंद से पूछताछ जारी है। पुलिस ने घरेलू विवाद और शराब के नशे को हत्या का मुख्य कारण माना है।
- घटना के वक्त का सटीक विवरण जुटाने के लिए पुलिस मृतिका के पुत्र और अन्य गवाहों से भी जानकारी ले रही है।
- पड़ोसी महिलाओं से पूछताछ कर घटना के अन्य पहलुओं को स्पष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।
शराब और घरेलू हिंसा के घातक परिणाम
यह घटना उन सामाजिक बुराइयों की ओर इशारा करती है, जिनका समाधान आज भी हमारे समाज में पूरी तरह नहीं हो पाया है।
- शराब का दुरुपयोग: इस घटना में शराब का नशा मुख्य भूमिका निभाता नजर आ रहा है। यह नशा अक्सर घरेलू विवादों को बढ़ावा देता है।
- घरेलू हिंसा: गुमला जैसी घटनाएं घरेलू हिंसा के खतरनाक स्तर को उजागर करती हैं।
समाज को सबक और प्रशासन की भूमिका
गुमला की यह घटना एक गहरी सामाजिक चिंता का विषय है। इसे देखते हुए प्रशासन और समाज के लोगों को इन समस्याओं के समाधान के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।
- शराब नियंत्रण: ग्रामीण क्षेत्रों में शराब के अवैध कारोबार और उसके नशे के दुष्परिणामों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
- सामाजिक जागरूकता: घरेलू हिंसा और विवादों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए।
एक चेतावनी भरी घटना
गुमला जिले की इस घटना ने यह साफ कर दिया कि समाज में शराब और घरेलू विवाद कितनी गंभीर समस्याएं हैं। फूलचंद केरकेट्टा का थाने में आत्मसमर्पण और पत्नी की निर्मम हत्या समाज को सोचने पर मजबूर करती है।
सामाजिक संगठनों और प्रशासन को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। नशा मुक्ति और घरेलू हिंसा रोकथाम के प्रयासों को प्राथमिकता देनी होगी।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया