गुमला, झारखंड: गुमला नगर के ललित उरांव बस स्टैंड रोड स्थित एक घर की छत पर बुधवार रात एक 60 वर्षीय व्यक्ति का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया। मृतक की पहचान दिलीप सिंह सचदेव के रूप में हुई, जो मोटर पार्ट्स विक्रेता और मोटरसाइकिल गैरेज संचालक थे। शव के पास खून के धब्बे मिले हैं, जिसने घटना को और रहस्यमयी बना दिया है।
कैसे हुआ घटना का खुलासा
स्थानीय लोगों ने बताया कि दिलीप सिंह के घर से अचानक दुर्गंध आने लगी। पड़ोसियों ने छत पर जाकर देखा तो वहां उनका शव पड़ा मिला। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। गुमला सदर थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और छानबीन शुरू कर दी।
क्या कहते हैं पड़ोसी
पड़ोसियों ने बताया कि दिलीप सिंह को पिछले एक हफ्ते से किसी ने नहीं देखा था। उनकी दुकान और गैरेज भी बंद थे, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। जब दुर्गंध असहनीय हो गई, तो छत पर जाकर देखा गया, जहां उनका शव पड़ा था।
पारिवारिक विवाद का एंगल
जानकारी के अनुसार, दिलीप सिंह का अपने परिवार—पत्नी, दो बेटे, और बहू—से विवाद चल रहा था। इस कारण उनका परिवार पिछले एक साल से जमशेदपुर (टाटानगर) में रह रहा था। पुलिस ने परिवार को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने गुमला पहुंचकर शव को प्राप्त किया।
पुलिस की कार्रवाई और अगला कदम
गुमला सदर थाना प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह हत्या, आत्महत्या, या दुर्घटना का मामला है। पुलिस ने बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।
घटनास्थल पर मिले सुराग
- शव के पास खून के धब्बे मिले, जो संदेह को गहरा करते हैं।
- आस-पास के लोगों ने बताया कि दिलीप सिंह सामाजिक रूप से काफी अलग-थलग हो गए थे।
- परिवार से हुए विवाद ने घटना को लेकर और भी सवाल खड़े किए हैं।
स्थिति पर रहस्य बरकरार
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही घटना की असल वजह सामने आएगी। फिलहाल, सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गहराई से जांच की जा रही है।
संदेश
यह घटना गुमला नगर में संदेह और सनसनी का कारण बन गई है। स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया