गुमला, झारखंड: गुमला जिले में शिक्षा के स्तर को सुधारने के उद्देश्य से उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की पहल “शिक्षा कर भेंट” एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है। इस अभियान के तहत अधिकारी और पुलिसकर्मी नियमित रूप से जिले के स्कूलों का दौरा कर छात्रों से संवाद कर रहे हैं और उनकी शैक्षणिक प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।
उपायुक्त ने किया स्कूल का दौरा
मंगलवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने टोटो स्थित राजकीयकृत उत्क्रमित +2 उच्च विद्यालय का दौरा किया। उन्होंने कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों से मुलाकात की और उनकी शैक्षणिक स्थिति का जायजा लिया। उपायुक्त ने कहा कि गणित और अंग्रेजी में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने इस दिशा में बेहतर शिक्षकों को अतिरिक्त कक्षाएं लेने के निर्देश दिए।
पेरेंट्स-टीचर मीटिंग की घोषणा
शिक्षा में सुधार को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, 11 नवंबर को पूर्वाह्न 11 बजे विद्यालय में एक पेरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की जाएगी। उपायुक्त ने अभिभावकों से अपील की है कि वे इस बैठक में भाग लेकर अपने बच्चों की प्रगति पर चर्चा करें।
बच्चों के साथ संवाद और प्रेरणा
दौरे के दौरान उपायुक्त ने बच्चों के हॉलिडे होमवर्क की समीक्षा की। जिन बच्चों ने कार्य पूरा नहीं किया था, उन्हें सोमवार तक का समय दिया गया। बच्चों को प्रेरित करने के लिए उपायुक्त ने कक्षा में खुद पढ़ाया और होमवर्क से जुड़े सवाल पूछे। उन्होंने हाल ही में आयोजित परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया।
शिक्षा में सामूहिक प्रयासों पर जोर
उपायुक्त की इस पहल ने न केवल छात्रों में आत्मविश्वास और पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाई है, बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों को भी शिक्षा सुधार की दिशा में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया है।
सकारात्मक बदलाव की ओर कदम
“शिक्षा कर भेंट” जैसी पहलें गुमला जिले में शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास हैं। छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के सामूहिक सहयोग से यह पहल जिले में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने में सफल होगी।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया