गुमला, झारखंड: गुमला जिले के सिसई प्रखंड स्थित भुरसो गांव के 22 वर्षीय लक्ष्मण उरांव की बेगूसराय जिले के नावाकोठी थाना क्षेत्र के पासारा ईंट भट्ठे में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार को हुई इस घटना के बाद बुधवार शाम जब लक्ष्मण का शव गांव पहुंचा, तो परिवार और ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई।
घटना का विवरण
परिजनों के अनुसार, लक्ष्मण उरांव अपने परिवार का इकलौता बेटा था। आर्थिक तंगी के चलते वह 29 नवंबर को अपने गांव के एक युवक के साथ मजदूरी करने बेगूसराय गया था। मंगलवार को उसे दो गोलियां मारी गईं—एक सीने में और दूसरी बांह में। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
शव लौटने पर हुआ खुलासा
घटना की जानकारी परिजनों को तब मिली जब बुधवार शाम एम्बुलेंस से उसका शव गांव पहुंचा। एम्बुलेंस चालक पोस्टमार्टम रिपोर्ट थमाकर बिना कोई जानकारी दिए चला गया। लक्ष्मण के साथ काम करने गए गांव के युवक ने भी घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
परिवार और गांव में शोक
लक्ष्मण का शव जब गांव पहुंचा, तो उसकी वृद्ध माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। गुरुवार को गमगीन माहौल में परिजनों और ग्रामीणों की मदद से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इकलौते बेटे की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पंचायत की प्रतिक्रिया
भुरसो पंचायत की मुखिया रेखा देवी ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “मजदूर की इस तरह हत्या करना जघन्य अपराध है। प्रशासन को हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा देनी चाहिए।”
अधिकारियों से अपेक्षा
अभी तक हत्या के कारण और अपराधियों की पहचान स्पष्ट नहीं हो पाई है। प्रशासन मामले की जांच में जुटा है। इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है और उन्होंने न्याय की मांग की है।
यह घटना क्षेत्र में मजदूरों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया