गुमला – घाघरा प्रखंड के जिलिंगसीरा गांव के ग्रामीणों ने उपायुक्त से गांव में सड़क और पुल निर्माण की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि घाघरा-नेतरहाट मुख्य पथ से गांव तक कोई पक्की सड़क नहीं है, जिससे उन्हें आवाजाही में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में बड़ी बाधा आती है।
बरसात में ध्वस्त हुआ पुल, बढ़ी समस्याएं
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पहले एक पुल था, लेकिन वह बरसात के दौरान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। इस कारण एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं भी गांव तक नहीं पहुंच पाती हैं। 108 एंबुलेंस सेवा का लाभ न मिलने से गंभीर बीमारियों और प्रसव के दौरान ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
चुनाव के दौरान मिला था आश्वासन
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान सड़क और पुल की समस्या को लेकर मतदान न करने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद प्रखंड प्रशासन ने पहल करते हुए ग्रामीणों को मतदान के लिए मनाया और पुल-सड़क निर्माण का आश्वासन दिया। लेकिन कई साल बीतने के बावजूद अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों की अपील
ग्रामीणों ने उपायुक्त से जल्द से जल्द सड़क और पुल निर्माण के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है। उनका कहना है कि इन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में गांव का विकास प्रभावित हो रहा है और लोगों का दैनिक जीवन कठिन हो गया है।
ग्रामीणों की उपस्थिति
इस मांग को लेकर उपस्थित ग्रामीणों में मुकुल भगत, सोमा उरांव, अरविंद कुजूर, वासुदेव उरांव, इंदुवा मुंडा, लालजीत उरांव, राजेश उरांव, गंगी देवी, सुखी देवी, निमनी देवी, बिहानी देवी, दीप रानी देवी, भूखन देवी, नईहरि देवी, मानती देवी, और सरिता टोप्पो शामिल थे।
सड़क और पुल की आवश्यकता पर जोर
ग्रामीणों ने कहा कि सड़क और पुल का निर्माण न केवल आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सेवाओं तक उनकी पहुंच भी आसान करेगा। उन्होंने जिला प्रशासन से उनकी समस्याओं का जल्द समाधान सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया