खलारी। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य गोपाल मिस्त्री विश्वकर्मा ने कहां कि आदिवासी मूल्यों और आदिवासियों के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए हर साल विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिवस पूरी तरह से विश्व को आदिवासियों को समर्पित हैं। दरअसल,आदिवासी भारतीय उपमहाद्वीप की जनजातियों के लिए सामूहिक शब्द है। 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की जनसंख्या का 8.6% या 104 मिलियन लोग आदिवासी हैं। मध्य भारतीय राज्य मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में जातीय जनजातियाँ हैं, जिनमें आदिवासी जनसंख्या का 20% या 15 मिलियन लोग हैं। जनजातियों का सम्मान करने और उनके सामने आने वाली विशिष्ट चुनौतियों को पहचानने के लिए, 9 अगस्त को आदिवासी दिवस मनाया गया। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षकेत्तर, कर्मचारियों में बिद्यानंद झा, रामनिवास पांडेय, भरत राय, अजय मिश्रा, शेषनाथ शर्मा, मनोरंजन ओझा, राजेंद्र कामत, नवीन सिंह, जिछु शर्मा, मनबोध कुंभकार, आनंद जयसवाल, विजय प्रजापति, राजू सिंह, रीता दास, मोहन राय, शशि रंजन, सिकंदर झा, लक्ष्मण महतो, हेमंत यादव, निकू वर्मन, ऋषिकेश सिंह, सरिता कुमारी, अनिता सिंह, अर्चना कुमारी, विजय उपाध्याय, संदीप कुमार, हरीनंदन नोनिया, स्निगधा आनंद आदि कई उपस्थित थे।