खलारी। रैयत विस्थापित मोर्चा के रोजगार के मुद्दे पर दिए गए मांग पत्र पर एनके प्रबंधन ने सोमवार को त्रिपक्षीय बैठक किया।डकरा स्थित महाप्रबंधक कार्यालय में महाप्रबंधक संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई निजी कंपनियों के प्रतिनिधि एव रैयत विस्थापित मोर्चा के प्रतिनिधि शामिल हुए ।बैठक में बिगन भोगता ने कहा कि एनके एरिया के अंतर्गत कार्यरत सभी निजी कंपनियों एव ट्रांसपोर्ट कंपनियों को मोर्चा ने मांग पत्र सौपा है। कंपनी काम कर रही है।लेकिन सभी कंपनियां स्थानीय रैयत विस्थापितो की उपेक्षा करती है।रोजगार के लिए स्थानीय रैयत विस्थापितो को दूसरे जगह जाना पड़ता है।बैठक में कंपनियो के सक्षम अधिकारियों के नही आने पर मोर्चा ने विरोध प्रकट किया।वही मोर्चा ने कहा कि कंपनियो में स्थानीय लोगों को कितना बहाली हुई है इसका सूची भी उपलब्ध कराए।जिस पर कंपनियो ने सूची देने की बात कही है। महाप्रबंधक संजय कुमार ने उपस्थित प्राइवेट कंपनियों प्रतिनिधियों को कहा कि स्थानीय रैयत विस्थापितो के साथ समन्वय बनाकर उनको विश्वास में उनके रोजगार के लिए प्राथमिकता को लेकर कार्य करे।साथ ही महाप्रबंधक ने कहा कि बाद में कंपनियों के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कराई जाएगी।मोर्चा के एरिया अध्यक्ष बिगन भोगता ने कहा कि वार्ता में कंपनियों ने तीन चार दिन का समय लिया है। लेकिन 15 दिसम्बर तक उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं किया गया तो 20 दिसम्बर से सभी निजी एव ट्रांसपोर्टिंग कपंनियों का काम बंद कराया जाएगा।बैठक में महाप्रबंधक ऑपरेशन केके झा,चुरी पीओ अनुज कुमार, नवनीत शेखर,आलोक जोजवार,
मधुकोन कंपनी के एम आई असारी,मलेश्वर सिंह,मोनेट से ओमप्रकाश पाण्डेय, जेएमएस से सुजीत भट्टाचार्य एव बिकेबी से तथा मोर्चा की ओर से एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता,रंथू उरांव, जगरनाथ महतो,जालिम सिंह,रामलखन गंझू, विनय खलखो, नरेश गंझु, अमृत भोगता, प्रभाकर गंझु, दामोदर गंझू,इंदिरा देवी,अनिता देवी,सुनीता देवी,प्रकाश महतो,शिवनारायण लोहरा,रामधारी गंझू,सुनील यादव,दशरथ तुरी, उदय सिंह आदि मौजूद थे।