गुमला, मार्च 2025: रायडीह प्रखंड स्थित श्री श्री 108 श्री देवों के देव महादेव महासदाशिव मंदिर, मरदा में सप्तम वार्षिकोत्सव के आयोजन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। 1 और 2 मार्च को होने वाले इस भव्य उत्सव में भाग लेने के लिए देशभर के धार्मिक स्थलों से संत-महात्माओं, आचार्यों और श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो चुका है।
श्रद्धालुओं और संतों का आगमन जारी
आज सुबह ज्योतिर्पीठ के शंकराचार्य के शिष्य ब्रह्मचारी परमात्मानंद जी अपने 10 बटुकों के साथ पहुंचे। इसके साथ ही बनारस से महात्मा अखंडानंद जी महाराज और बाबा रामकिशन दास ने भी मंदिर में प्रवेश किया। दोपहर में त्र्यंबकेश्वर (नासिक) से आचार्य अशोक चतुर्वेदी अपने 10 आचार्यों और पंडितों के साथ पहुंचे। अब तक 22 संत, शंकराचार्य के शिष्य और आचार्य इस आयोजन में शामिल हो चुके हैं।
महोत्सव स्थल पर तैयारियां पूरी
मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया है। स्टेज, पंडाल, कीर्तन मंडप, गेट्स, बैनर और विद्युत सज्जा का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। मंदिर का विशेष श्रृंगार भी किया गया है। भंडारा की तैयारियां जोरों पर हैं, और श्रद्धालुओं के लिए झांकियों एवं कलश यात्रा की व्यवस्था भी की जा चुकी है। महोत्सव स्थल पर मेला, झूला और मीना बाजार का आयोजन किया गया है, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सवी माहौल बना हुआ है।
कलश यात्रा में शामिल होने का निवेदन
महासदाशिव मंदिर संचालन समिति, मरदा के अध्यक्ष श्री विज्ञान सिंह ने सभी श्रद्धालु माता-बहनों और भक्तजनों से कलश यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर कलश यात्रा की शोभा बढ़ाने से श्रद्धालुओं को पुण्य लाभ मिलेगा।
यह वार्षिक महोत्सव आध्यात्मिक आस्था, सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक समरसता का संगम बनने जा रहा है, जिसमें देशभर के श्रद्धालु भगवान महादेव की आराधना के लिए एकत्र होंगे।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया