गुमला — गुमला जिला मुख्यालय के पास एक संभावित आपराधिक साजिश को विफल करते हुए पुलिस ने तीन युवकों को एक देसी कट्टा और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति दुंदरिया कचरा गड्ढा के पास किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई
गुमला सदर एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने मंगलवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि गुमला पुलिस अधीक्षक को जब यह सूचना मिली, तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया, जिसमें सदर थाना प्रभारी महेंद्र करमाली, पुलिस निरीक्षक अमर शुक्ला, सुनील कुमार और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
मौके पर दबिश, एक आरोपी भागा – फिर चढ़ा पुलिस के हत्थे
जैसे ही पुलिस की टीम दुंदरिया कचरा गड्ढा के पास पहुंची, वहां मौजूद एक युवक भागने लगा। पुलिस बल ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपनी पहचान प्रदीप लकड़ा (उम्र 25 वर्ष, निवासी दुंदरिया, पिता – स्वर्गीय मंगरा उरांव) के रूप में बताई। उसने खुलासा किया कि वहीं पास ही दो और युवक छिपे हुए हैं जिनके पास हथियार हैं।
देसी कट्टा और कारतूस के साथ दो और गिरफ्तार
प्रदीप की निशानदेही पर पुलिस ने अन्य दो युवकों को भी दबोच लिया। इनमें शामिल थे मनीष पन्ना (उम्र 24 वर्ष, निवासी दुंदरिया, पिता – कृष्ण पन्ना) और सत्यनारायण उरांव (उम्र 22 वर्ष, निवासी केरागानी, थाना कुरूमगढ़, पिता – स्वर्गीय विषय उरांव)। तलाशी के दौरान एक प्लास्टिक के झूले में एक देसी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
पूछताछ के बाद भेजा गया जेल, अनुसंधान जारी
पुलिस ने तीनों आरोपियों को सदर थाना लाकर पूछताछ की और उसके बाद उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में गुमला जेल भेज दिया। मामले को लेकर पुलिस आगे की गहन जांच में जुटी हुई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी किसी संगठित अपराध गिरोह से जुड़े हैं या किसी विशेष वारदात की साजिश रच रहे थे।
गुमला पुलिस ने इस कार्रवाई को जिले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक अहम सफलता बताया है और आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या हेल्पलाइन नंबरों पर दें।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया