गुमला, झारखंड — डुमरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत उपचारित टीबी मरीजों को विशेष पोषण किट वितरित की गई। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपस्थिति में मरीजों को जरूरी पोषण सामग्री सौंपी गई।
कार्यक्रम में अंचल अधिकारी रामप्रवेश कुमार, प्रमुख जीवंती एक्का और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अलबेल केरकेट्टा ने मरीजों को किट सौंपी। जिला कार्यक्रम समन्वयक विनय कुमार ने जानकारी दी कि डुमरी और जारी प्रखंड के कुल 20 टीबी मरीजों को निक्षय मित्र योजना के तहत गोद लिया गया है, जिनकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा रही है।
हर माह मिलेगा पोषण का संबल
निक्षय मित्रों द्वारा मरीजों को हर महीने 8 किलोग्राम की पोषण किट उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें चना, दाल, गुड़, बादाम और तेल शामिल हैं। इसका उद्देश्य मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना और उपचार को प्रभावी बनाना है।
अधिकारियों ने दी स्वास्थ्य सलाह
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अधिकारियों ने टीबी की रोकथाम, नियमित दवा सेवन और समय पर जांच की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने मरीजों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की सलाह भी दी।
एसटीएस अजय लकड़ा ने आश्वासन दिया कि “मरीज किसी भी समय संपर्क कर सकते हैं। उनकी हर चिकित्सकीय आवश्यकता का पूरा ध्यान रखा जाएगा ताकि उपचार में किसी प्रकार की बाधा न आए।”
समाज से सहयोग की अपील
अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग करें और जरूरतमंद मरीजों को निक्षय मित्र बनकर गोद लें, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके।
कार्यक्रम में एसटीएलएस पवन कुमार, लैब टेक्नीशियन नरेंद्र कुमार, बीपीएम राजेश केरकेट्टा, टाटा स्टील फाउंडेशन के कर्मी, बीटीटी एजरस एक्का, शांता टोप्पो, दीपिका कुमारी समेत कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया