गुमला, झारखंड — जिले में नशे की लत पर अंकुश लगाने के लिए गुमला जिला प्रशासन द्वारा प्रखंड और पंचायत स्तर पर सघन जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। महिलाओं की भागीदारी और ग्राम समुदाय के सहयोग से यह मुहिम सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक मजबूत कदम बनती जा रही है।
शपथ से हुई शुरुआत, रैलियों से फैला संदेश
अभियान की शुरुआत नशा के खिलाफ संकल्प ग्रहण से हुई, जिसके बाद स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं ने जागरूकता रैली निकाली। हाथों में संदेश युक्त तख्तियां लेकर उन्होंने “नशा छोड़ो, जीवन संवारो” जैसे नारों के साथ गांवों और मोहल्लों में लोगों को जागरूक किया। इस दौरान सूचनापरक पर्चे भी वितरित किए गए।
महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी
गांव-गांव में निकली इन रैलियों में महिलाएं आगे रहकर समाज को जागरूक करने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने आमजनों से अपील की कि वे अपने परिवारों को नशा मुक्त बनाएं और समाज में फैली इस बुराई को मूल से समाप्त करने में सहयोग करें।
प्रशासनिक नेतृत्व और संदेश
इस अवसर पर गुमला उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा,
“नशामुक्त समाज का निर्माण प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें जन-सहभागिता सबसे बड़ा आधार है। पंचायत स्तर पर यह जागरूकता अभियान हर व्यक्ति को जोड़ने का प्रयास है।”
उन्होंने आगे कहा कि ग्राम्य महिलाएं इस सामाजिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और युवा पीढ़ी को जागरूक कर ही भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
यह अभियान केवल नशा उन्मूलन की पहल नहीं, बल्कि सामुदायिक चेतना और सहभागिता का उदाहरण बन रहा है। प्रशासन के इस प्रयास से गुमला जिले में स्वस्थ, जागरूक और नशामुक्त समाज की दिशा में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद बढ़ी है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया