खलारी, 12 जनवरी : डीएवी स्कूल खलारी में स्वामी विवेकानंद की जयंती युवा दिवस के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य बीपी रॉय ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण करके और दीप प्रज्वलित करके की। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य श्री रॉय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद बहुत अच्छे शिक्षक और लेखक थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता स्वयं है विवेकानंद ने अपने देश और धर्म को संपूर्ण विश्व में एक पहचान दिलाई। स्वामी जी ने संपूर्ण विश्व में भारत के ज्ञान और संस्कृति का प्रचार प्रसार किया। प्राचार्य ने सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों पर चलने का आह्वान किया। विद्यार्थियों को विद्यालय के सुपरवाइजरी हेड कंचन सिंह ने भी संबोधित किया। श्री सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक युग निर्माता थे। उन्होंने देश के युवाओं को एक नई दिशा दी। स्वामी जी ने युवाओं को आह्वान किया कि उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए’। इस दौरान विद्यार्थियों में विद्यालय की कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा मनाली मिश्रा ने हिंदी में, तो श्वेता कुमारी ने अंग्रेजी में स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं तनु एवं समूह ने ‘ज्ञान की निर्मल धारा, वैदिक धर्म हमारा’ गीत प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। कक्षा छठी के मानस बर्नवाल ने स्वामी विवेकानंद बनकर विद्यार्थियों की तालियाँ बटोरी। मंच संचालन लक्षिता कश्यप, काशफा निगर, नीलू कुमारी और रिया कुमारी का सराहनीय रहा। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।