खलारी, 03 जून : कहने को तो खलारी कोयलांचल में अवैध कोयला का धंधा मंदा है यानी बन्द है लेकिन सच्चाई यह है कि धंधा बंद नही है बल्कि सुनियोजित ढंग से आज भी चल रहा है। जिसका ताजा उदाहरण है केडीएच खदान के समीप लगातार सीआईएसएफ के द्वारा अवैध कोयला पकड़ा जाना है। इसी क्रम में शनिवार कि सुबह फिर सीआईएसएफ के द्वारा केडीएच करगिल डम्पर यार्ड के पास से 2 टन अवैध रूप से जमा कोयला जब्त किया गया है। जबकि जनवरी से मई महीने तक सीआईएसएफ जवानों ने अभियान चलाकर पांच बार अवैध कोयला जब्त किया है। फिर भी यह धंधा रुक नहीं रहा। बताया जा रहा है कि यह अवैध कारोबार सुचारू रूप से चलता रहे इसके लिए कोयला माफिया सारे सिस्टम को मैनेज करते है। तभी तो यह धंधा बेखौफ तरीके से फलफूल रहा है। ज्ञात हो पिछले कुछ महीनों से केडीएच खदान क्षेत्र और डकरा ओबी डंप से तस्करों द्वारा खलारी, जेहलीटांड, नयाबस्ती के पुरुष महिलाओं और बच्चों से सीसीएल का कोयला चुनवा कर विभिन्न जगहों पर छुपा दिया जाता है जिसे रात्रि में तस्करों द्वारा टेंपो, ओमनी, पिकअप वैन से चांनहो, मांडर, बिजुपाड़ा एवं सीमावर्ती क्षेत्र के ईट भट्ठा को सप्लाई किया जाता है। इसी सूचना पर फिर से सीआईएसएफ ने अभियान चलाकर जमा कर रखे कोयला को जब्त कर सीसीएल प्रबंधन को सौंपा है। उप कमांडेंट उपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में खदान के आस पास के क्षेत्र से 2 टन कोयला जब्त किया गया। सीआईएसएफ द्वारा जब्त किए गए कोयला को सीसीएल प्रबंधन को सुपुर्द कर दिया गया है। इस छापामारी अभियान में सीआईएसएफ के निरीक्षक एमके चौधरी ,नागेंद्र कुमार,वीतेश मलिक के अलावे क्यूआरटी के जवान शामिल थे।