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Thursday, November 21, 2024
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व्यवस्था परिवर्तन तो चुटकी में होगा – तीर्थनाथ महतो

व्यवस्था परिवर्तन तो चुटकी में होगा ,, लेकिन हम चाहते कहां है? इन अनपढ़, जाहिल, बाहुबलियों, भ्रष्टाचारियों नेताओं को हम लोग ही चुनते हैं न,,मंगरावाद का नाम सुनते ही लहर जो उठने लगता है,,कब तुम निजी स्वार्थ से बाहर निकले हो,,जिन भ्रष्टाचारी नेताओं पर संगीन आरोप लगे होते हैं,या न्यायालय दोषी ठहरा चुके होते हैं,,याद करो क्या उन नेताओं को तुम फिर वोट देकर समर्थन नहीं करते हो,,दाग़ जब अपने हो तो दाग अच्छे लगते हैं,,,याद करो चुनाव से पहले तुम कैसे समीकरण बैठा रहा था,,फलना ढिमका,,अपना ,,अपना कौम,धर्म को एकत्रित कर वोट का मोल भाव किया ,,चलो तुम्हारा क्या है,,कौन हारे कौन जीते तुम्हारा तो हिस्सा मिलते रहता है,, तुम्हारे औकात के हिसाब से,,देश भीतरे जाए किसको चिंता है,,?झारखण्ड में ऐसे लोग (नेता)रहते हैं जो एक दिन में 1करोड़ तक या इससे भी कमा रहे हैं,,ओ भी बिना मंत्री के,,अब आप भी अंदाजा लगा सकते हैं,,ये लोग चाहे तो सरकार बना सकते हैं या तो गिरा सकते हैं,,आपके वोट खरीदकर,आपके विधायक खरिदकर ,,,मने पुरा सिस्टम रुपया पर केंद्रित है,,अब तो आपके वोट देने न देने से घंटा किसी पार्टी फ़र्क नहीं पड़ता है,,वोट दोगे मंगरा पार्टी के विधायक को और वो विधायक बुधुवा के पार्टी में चार गो विधायक लेकर मंत्री बन जावेगा।।जनता तो जनता है इनको क्या रुपये किलो चावल खाओ,,शिक्षक , सुविधा रहित सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाओ,,, सरकारी शौचालयों पर हगो,,तुम भी कुलकुली मारो तुम्हारे बच्चे भी कुलकुली मारेंगे,,,सबसे ज्यादे देश में युवा नेता परेशान है,,मंहगे शौक पाल लिए भावी विधायक, सांसद, मंत्री मुख्यमंत्री बनने का ,,लेकिन बड़ी पार्टियां भाव इनको देती नहीं,, क्योंकि इनके पास सुखल फुटानी ,,अला्इ -बलाई ,, टुटा फुटा भाषण , के सिवाय कुछ तो है नहीं नीति ना सिद्धांत,,नवां गर्म खुन जहां तहां झांप देले चल रहा है,,भिया एगो फिल्म का डायलॉग है,,चोट लगा है सर में,और टका लगा है पेट में,,अगर सचमुच तुम्हारे खुन में उबाल है,,तो उखाड़ फेंको इन भ्रष्टाचारियों,गंजेडियों नेताओं को ,,बदलने के लिए क्या चाहिए सिर्फ एक वोट जो दान करना है अपने देश कि प्रगति के लिए,,दान करना है अपने राज्य कि प्रगति लिए दान करना है अपने बच्चों के भविष्य के लिए दान करना है अपना स्वाभिमान के लिए,दान करना है अच्छी व्यवस्था के लिए दान करना है।।लेकिन तुमको तो वोट देने के समय तुमको प्रत्याशी नहीं तुमको धर्म नजर आता है ,,जात नजर आता है,चाहे भांड़ में जाए देश और भांड़ में जाए दुनिया दारी ,,चल रहे सड़क पर कभी ध्यान से देखे हो ,,सड़क बनते ही दुसरे महिने से मरम्मती का काम शुरू हो जाता है,,नेता ,मंत्री , अभियंता, मिडिया, क्षेत्रीय गुंडों तक रु बंटता है,,,,मकसद सड़क ठीक करना नहीं रहता है,, सिर्फ अपना हिस्सा लेने के लिए बने हुए सड़क पर सड़क बनते देखें हैं।।ज्यादा लिखने से कोई नहीं पढ़ेगा इसलिए इस कड़ी में यहीं तक ।।जय हिन्द जय भारत।।मंगरावाद कि जय हो ✍️


Content Credit – Tirthnath Mahto

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