हजारीबाग — विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग ने बुधवार को अपने वार्षिक साहित्यिक महोत्सव ‘यूफोरिया 2.0’ का भव्य आयोजन आर्यभट्ट सभागार में किया। इस रचनात्मक मंच ने विद्यार्थियों की प्रतिभा, भाषा-कौशल और सृजनात्मकता को मुखर रूप से प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया।
इस समारोह का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. चंद्र भूषण शर्मा ने किया। विभागाध्यक्ष डॉ. रिज़वान अहमद ने स्वागत भाषण के माध्यम से विभाग की शैक्षणिक उपलब्धियों का परिचय दिया और कहा कि “यूफोरिया जैसे आयोजन भाषा, अभिव्यक्ति और नवाचार को एक साथ जोड़ने वाले माध्यम हैं, जो विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास में सहायक होते हैं।”
कुलपति ने सराहा रचनात्मक प्रयास
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. शर्मा ने अंग्रेज़ी विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “ऐसे आयोजन केवल मनोरंजन या सांस्कृतिक अभिव्यक्ति तक सीमित नहीं होते, बल्कि ये विद्यार्थियों में संवेदनशीलता, मानवीय दृष्टिकोण और जीवन मूल्यों के प्रति जागरूकता को भी गहराई से विकसित करते हैं। यूफोरिया पाठ्यक्रम से इतर जीवन के व्यापक आयामों को समझने की खिड़की खोलता है।”
रचनात्मक प्रस्तुतियों से सजा मंच
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गई अंग्रेज़ी कविताएँ, एकांकी नाट्य, हास्य-अभिनय (कॉमेडी) और मिमिक्री ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। सभागार में उपस्थित जनों ने उत्साहपूर्वक सभी प्रस्तुतियों का आनंद लिया। इन गतिविधियों ने विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति की ताक़त को निखारने का काम किया।
प्रतिभाओं को मिला सम्मान
महोत्सव में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को कुलपति और विभागाध्यक्ष ने प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के शिक्षक, शोधार्थी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।
विभिन्न प्रतिभाओं ने निभाई अहम भूमिका
कार्यक्रम के सफल संचालन की ज़िम्मेदारी ऋजु और स्वाति ने बखूबी निभाई। वहीं, आयोजन को सफल बनाने में शोधार्थियों में फिरदौस शहनाज, रूस्तम अंसारी, फ़हीमा प्रवीन, सबा फिरदौस और विद्यार्थियों में अनिल, संकेत, रोशन, शिवम, आशीष, कनीज़ फ़ातिमा सहित कई छात्र-छात्राओं ने सक्रिय योगदान दिया।
यूफोरिया 2.0 न केवल अंग्रेज़ी विभाग का गौरवपूर्ण आयोजन साबित हुआ, बल्कि यह विद्यार्थियों को साहित्य, संस्कृति और मानवीय मूल्यों की ओर प्रेरित करने वाला एक सशक्त मंच भी बना। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और सह-पाठ्यक्रमिक माहौल में इस तरह की पहलें छात्र-जीवन को अधिक समृद्ध और उद्देश्यपूर्ण बनाती हैं।
News – Vijay Chaudhary