खलारी, 25 सितम्बर : डकरा पुल के समीप बांसपति देव स्थल पर सोमवार को करमा पूजा के शुभ अवसर पर तुरी समाज के लोगों ने करम डाल को अर्पित किया और विधि विधान से बांसपति देव की पूजा अर्चना की। मौके पर इंदिरा देवी ने बताया कि कर्म पूजा प्राकृतिक पर्व है हम लोग जल जंगल जमीन और पेड़ पौधे की पूजा करते हैं करमा पूजा के दिन करम डाल की पूजा की जाती है यह भाई बहन के प्यार और निष्ठा का त्यौहार है सभी को इसकी पूजा करनी चाहिए। वहीं कमलेश तुरी ने बताया कि करमा पूजा, सरहुल पूजा, आसरी पूजा, गंवात पूजा, बासपति पूजा, सोहराय पूजा हमारी संस्कृति है हमारी पहचान है, हमारी संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है इसकी शुरुआत आदिकाल से ही हुई थी। इस अवसर पर इंदिरा तुरी, कमलेश तुरी, दशरथ तुरी, राजेश तुरी, आनंद तुरी, मनोज तुरी, विकास तुरी, कैलाश तुरी, अजय तुरी, अनिल तुरी, कृष्णा तुरी, शिबू तुरी, किशुन तुरी, विजय तुरी, रंजीत तुरी, संगीता देवी, रजनी देवी, सोनी देवी, सरिता देवी, शोभा देवी, परमिला देवी, विलासी देवी, पारो देवी, झूनियां देवी, शांति देवी के अलावे खुटी टोला, भूत नगर, कोकारिया टांड़, मानकी धोबी टोला, हुटाप और गुलजरबाग के लोग मौजूद थे।