खलारी। परीक्षा जीवन का सिद्धांत है। परीक्षा के बिना जीवन में आगे नहीं बढ़ सकते। उक्त बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय गुमला शाखा के नेतृत्व में संचालित डकरा सुभाष नगर ब्रह्माकुमारी गीता पाठशाला की नियमित बीके प्रीति बहन ने सहज राजयोग सिख रहें बीके भाई-बहनों से परीक्षा लेने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा भय परीक्षा का होता है। किसी भी विषय को जब हम पूरी तरह से नहीं जानते हैं तब हमारे अंदर भय पैदा हो जाता है। जबकिं परीक्षा का मतलब है स्वयं को परखने का अवसर। उन्होंने कहा कि जब किसी का प्रमोशन होता है और उसे आगे बढ़ने का मौका मिलता है तो उसे अलौकिक खुशी होती है। इसी प्रकार जब भी कोई परीक्षा आये तब उसे खुशियों से पार कर आगे बढ़ो। उन्होंने कहा की दुनिया में डर नाम की कोई चीज नहीं होती, यह सिर्फ हमारे मन की कल्पना है। यह नकारात्मक सोच उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया की जीवन में पढ़ाई शुरू करने से पहले अपने मन को सकारात्मक सलाह से भर लें-जैसे कि सफलता मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है। मैं जो चाहता हूं वह कर सकता हूं, भगवान मेरा दोस्त है आदि। इसी तरह पढ़ाई की शुरुआत दो मिनट में राजयोग मेडिटेशन के साथ करें क्योंकि राजयोग मन को एकाग्र करने की सुंदर विधि है। और परीक्षा एक ऐसा शब्द है जो आगे बढ़ाता है। इधर परीक्षा हॉल में रामधनी भाई, कमल भाई, टिंकी बहन, भूमि बहन, आरती बहन, परि बहन, आदि भाई मौजूद थे। मालूम हो कि तनाव मुक्त जीवन जीने की सर्वोत्तम कला सहज राजयोग डकरा सुभाष नगर के ब्रह्माकुमारी गीता पाठशाला में बीते आठ सालों से प्रति दिन निःशुल्क सिखलाया जाता है।