जिलिंगसिरा गांव में सोमवार को दिन के 1:30 बजे ग्रामीणों ने बैठक कर रोड नहीं तो वोट नहीं को लेकर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया। बैठक के उपरांत ग्रामीणों ने घाघरा बिशनपुर मुख्य पथ स्थित जिलिंगसीरा गांव घुसने वाले वाले रास्ते में बैनर लगाकर किसी भी राजनितिक दल के नेता के गांव घुसने पर प्रतिबंध लगाया है।वही बैनर में यह भी लिखा हुआ है की वे सभी सरकार के खिलाफ नहीं है।लेकिन 70 साल में अभी तक गांव का सड़क नहीं बना इसलिए हम लोग वोट का बहिष्कार कर रहे है।वही ग्रामीणों ने एक स्वर में वोट बहिष्कार का नारा लगाया ।और कहां की लगातार सिर्फ हम लोगों से वोट लिया जाता है। बावजूद अब तक उक्त गांव में सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। अब तक न तो सांसद, विधायक और ना ही जिला प्रशासन ने ध्यान दिया। जिसके कारण हम सभी रोड से वंचित हैं ।खासकर अधिक परेशानियों का सामना तब करना पड़ता है।जब जब लोग बीमार होते हैं। महिला के डिलीवरी के समय व अन्य कई परेशानियों का सामना रोड नहीं होने के कारण करना पड़ता है। उक्त गांव में कोई वाहन तक जाना नहीं चाहता।यहां तक कि एंबुलेंस भी उक्त गांव में नहीं जाता।जिससे काफी परेशानी होती है। वही ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अब ऐसे में हम सभी वोट क्यों दें। जब कोई भी हमारे दुख दर्द को सुनने वाला नहीं है।इसी कारण हम सभी ग्रामीण बैठक कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।और वोट बहिष्कार का निर्णय लिए है।लगातार कई वर्षों से हमारी मांगे लंबित पड़ी हुई है। इस पर किसी भी तरह की कोई पहल विधायक सांसद द्वारा नहीं की गई। जिससे सभी छुब्ध है।लोगों में काफी आक्रोश भी है। इस मौके पर उपस्थित ग्रामीणों में सोमा उरांव,वासुदेव उरांव,अमित उरांव लालसू उरांव,अरविंद उरांव, परमा उराईन, रीता उराईन,शीला उराइन,शांति उराईन, गंगी उराईन,फगनी उराईन सहित सैकड़ो ग्रामीण शामिल थे।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया