गुमला जिले के भरनो प्रखंड के उत्तरी भरनो पंचायत अंतर्गत समसेरा गांव में चंदागढ़ रथ पूजा समिति द्वारा भगवान जगन्नाथ स्वामी, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की विधिवत पूजा अर्चना संपन्न हुई।
समिति के अध्यक्ष जगन्नाथ भगत ने बताया कि रविवार सुबह 9 बजे भगवान जगन्नाथ महाप्रभु की महाआरती के बाद मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। सुबह से शाम 5 बजे तक भक्तों की भीड़ भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उमड़ी रही।
जगन्नाथ भगत ने बताया कि समसेरा के चंदागढ़ में भगवान जगन्नाथ महाप्रभु का रथ मेला पिछले 100 वर्षों से आयोजित हो रहा है। इस मेले में भरनो, समसेरा, करंजटोली, जामटोली, पंडरानी, महुआलोटी, रायकेरा, अमलीया, कैरों, कुम्हरों, मलगो, दुम्बो, पीपीरटोली, अंबाटोली, डहुटोली, लालटोली, बूढ़ीपाठ सहित आसपास के गांवों से हजारों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आते हैं।
इस अवसर पर रथ मेला भी लगाया गया, जिसमें मिठाइयों, खासकर जलेबी का आनंद लेने वालों की भीड़ उमड़ी। मेले में खेल-खिलौनों की आकर्षक दुकानों पर लोग खूब खरीदारी करते नजर आए।
शाम करीब 5 बजे भगवान जगन्नाथ महाप्रभु अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ में बिराजमान होकर मौसी बाड़ी करंजटोली गांव पहुंचे। रथ खींचने के लिए हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे। भगवान जगन्नाथ महाप्रभु मौसी बाड़ी में रहकर नौवें दिन रथ में वापस बिराजमान होकर घूरती रथ के रूप में वापस लौटेंगे।
रथ यात्रा को लेकर थाना प्रभारी कंचन प्रजापति ने पुलिस पदाधिकारियों और जवानों के साथ विधि व्यवस्था बनाए रखने की कमान संभाली। इस रथ पूजा और मेले को सफल बनाने में चंदागढ़ रथ पूजा समिति के जगन्नाथ भगत, एतवा भगत, झिरगा भगत, गोयों भगत, खद्दी भगत, चंदर भगत, छोटया भगत, जुब्बी भगत, मुखिया मंजू देवी, विनय साहू, दरया भगत, रोपना भगत, भद्दु भगत, बिमल गोप, श्यामलाल उरांव, संतोष प्रधान और विशेस्वर पहान सहित कई अन्य लोगों ने अहम भूमिका निभाई।
News – गनपत लाल चौरसिया
Edited by – संजना कुमारी