गुमला – आज गुमला में साप्ताहिक जन शिकायत निवारण दिवस के अवसर पर जिले के दूरदराज से आए लगभग 50 से अधिक नागरिकों ने गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को साझा किया। उपायुक्त ने कई मामलों का मौके पर ही त्वरित निपटारा किया, जबकि कुछ मामलों में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
इस दौरान मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना के तहत कई आवेदकों ने उपायुक्त को अपना आवेदन सौंपा और योजना का लाभ शीघ्र प्रदान करने का आग्रह किया। सिसई के निवासी मोखतार अहमद ने बताया कि वे अत्यंत गरीब परिवार से हैं और उनके घर में 6 सदस्य रहते हैं। उनका कच्चा मकान भारी बारिश के कारण गिर गया है। उन्होंने अबुआ आवास योजना के तहत जल्द से जल्द सहायता प्रदान करने की अपील की। इस पर उपायुक्त ने उप विकास आयुक्त को निर्देशित करते हुए उनका आवेदन अग्रसारित किया और योजना के तहत उन्हें आवास आवंटित करने के निर्देश दिए। साथ ही, अपर समाहर्ता गुमला को भी आपदा प्रबंधन के नियमों के अनुसार मुआवजा राशि प्रदान करने के निर्देश दिए गए।
घाघरा निवासी मनीष उरांव, जिनकी उम्र 12 वर्ष है और जो बोल नहीं पाते, ने उपायुक्त से सहयोग की मांग की। मनीष पास के गांव के विद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजते हुए मनीष का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने और उन्हें पेंशन योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।
घाघरा की सुशीला देवी ने अपने आवेदन में बताया कि उनके स्वर्गीय ससुर चौकीदार पद पर नियुक्त थे और उनके निधन के बाद उन्होंने इस पद के लिए आवेदन किया है। उन्होंने नियुक्ति के लिए परीक्षा भी दी है। इस पर उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और सामान्य शाखा को निर्देशित किया गया है।
एक अन्य घटना में, घाघरा निवासी दिलेश्वर उरांव ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्हें नदी किनारे एक लावारिस नवजात शिशु मिला, जिसे वे अपने घर ले आए और इसकी सूचना घाघरा थाना और सीडब्ल्यूसी को दी। दिलेश्वर ने उस बच्चे को गोद लेने की इच्छा जताई, लेकिन सीडब्ल्यूसी ने अभी तक बच्चे को वापस नहीं किया है। उपायुक्त ने दिलेश्वर उरांव के इस मानवीय कार्य की सराहना की और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को उनके सम्मान की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही, सीडब्ल्यूसी के नियमों से दिलेश्वर को अवगत कराते हुए आगे की कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।
नेतरहाट सड़क मार्ग पर गमहरपाठ गांव के ग्रामीणों ने भी उपायुक्त से मुलाकात की और बताया कि उनके गांव तक कोई सड़क मार्ग नहीं है, जिससे आवागमन में काफी कठिनाई होती है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग की। इस पर उपायुक्त ने ग्रामीण पथ प्रमंडल विभाग को निर्देशित किया कि वे उक्त सड़क की जांच कर डीपीआर/एस्टीमेट तैयार करें और शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ करें।
News – गनपत लाल चौरसिया