गुमला – स्वच्छता को बढ़ावा देने और लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के महत्व से जोड़ने के लिए गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय में एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। 32वीं वाहिनी एसएसबी और स्थानीय स्कूलों के बच्चों ने मिलकर इस रैली को सफल बनाया। कमांडेंट राजेश कुमार सिंह के निर्देश पर आयोजित इस रैली में, स्वच्छता का संदेश देने के साथ-साथ साफ-सफाई का विशेष अभियान भी चलाया गया।
रैली का उद्देश्य और प्रारंभ
1. स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना:
रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह समझाना था कि स्वच्छता केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह समाज और पर्यावरण की बेहतरी के लिए भी आवश्यक है।
- स्वच्छता से न केवल बीमारियों का खतरा कम होता है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता को भी सुधारता है।
- रैली के दौरान, “स्वच्छ भारत, स्वच्छ ही सेवा” जैसे नारों ने लोगों को जागरूक किया।
2. जागरूकता और सफाई अभियान का संयोजन:
रैली का प्रारंभ बीडीओ आवास से हुआ, जहां एसई कुंदन सिंह के नेतृत्व में बच्चों और एसएसबी जवानों ने भाग लिया।
- रैली के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर सफाई अभियान भी चलाया गया।
- लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर कचरा न फेंकने और डस्टबिन के उपयोग के प्रति प्रेरित किया गया।
बच्चों और समुदाय की भागीदारी
1. स्कूली बच्चों का उत्साह:
- सरस्वती शिशु मंदिर और कन्या मध्य विद्यालय चैनपुर के छात्रों ने पोस्टर और बैनरों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया।
- छात्रों ने अपने साथियों और स्थानीय लोगों को स्वच्छता की आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया।
2. सामूहिक संकल्प:
रैली का समापन बीडीओ आवास पर हुआ, जहां सभी प्रतिभागियों ने स्वच्छता को जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।
- इस पहल ने बच्चों और जवानों को स्वच्छता का अहम संदेशवाहक बना दिया।
32वीं वाहिनी एसएसबी की भूमिका
1. नेतृत्व और प्रबंधन:
- एसएसबी कमांडेंट राजेश कुमार सिंह के निर्देश और एसई कुंदन सिंह के नेतृत्व में यह अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
- जवानों ने न केवल रैली में भाग लिया, बल्कि सफाई अभियान में भी सक्रिय भूमिका निभाई।
2. संदेश और अपील:
- एसई कुंदन सिंह ने कहा, “हम सभी का कर्तव्य है कि अपने आस-पास की सफाई का ध्यान रखें। यह रैली समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।”
स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश
1. बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता:
- गंदगी और कचरे से बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- स्वच्छता अपनाकर न केवल बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि यह स्वस्थ समाज के निर्माण में भी मददगार है।
2. पर्यावरण संरक्षण का माध्यम:
- स्वच्छता का पालन पर्यावरण को साफ और हरित बनाए रखने में सहायक है।
- कचरा प्रबंधन और सफाई से प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा होती है।
रैली के प्रभाव और भविष्य की योजनाएं
1. सामुदायिक सहभागिता:
- इस रैली ने बच्चों, शिक्षकों, जवानों और स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया।
- सामूहिक प्रयास से यह संदेश दिया गया कि स्वच्छता व्यक्तिगत और सामुदायिक दोनों स्तरों पर जरूरी है।
2. स्वच्छता को प्राथमिकता देने का संकल्प:
- सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे।
- भविष्य में इसी तरह के जागरूकता अभियानों के आयोजन की योजना बनाई गई है।
स्वच्छ भारत की ओर एक कदम
इस जागरूकता रैली ने दिखाया कि सामूहिक प्रयास से स्वच्छता को बढ़ावा देना संभव है। स्वच्छता केवल सरकार का अभियान नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। बच्चों और जवानों की यह पहल समाज के लिए एक प्रेरणा है।
आइए, हम सब मिलकर स्वच्छ भारत का सपना साकार करें। स्वच्छ रहें, स्वस्थ रहें।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया