हजारीबाग, फरवरी 2025: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में शुक्रवार शाम एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार मंडल, परीक्षा विभाग के सहायक मनोज धान और भौतिकी विभाग के सहायक प्रभात कुमार को भावभीनी विदाई दी गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पवन कुमार पोद्दार ने उन्हें शॉल, स्मृति चिन्ह और पौधा भेंट कर सम्मानित किया।
कर्तव्यपरायणता की मिसाल बने तीनों कर्मचारी
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. पोद्दार ने कहा, “तीनों अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति पूर्ण निष्ठावान रहे और अपनी सेवाओं को निष्कलंक रूप से पूरा किया। यह उनका सौभाग्य है कि वे बिना किसी दाग के सेवानिवृत्त हो रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय हमेशा उनके योगदान को याद रखेगा और उनके लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
विदाई के अवसर पर साझा की गई यादें
डॉ. अशोक कुमार मंडल ने अपने 105 रुपये के प्रारंभिक वेतन से शुरू हुई यात्रा को याद किया। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना और इतिहास विभाग में अपने कार्यकाल को विशेष रूप से उल्लेखनीय बताया। उन्होंने कहा कि वे विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हो सकते थे, लेकिन विद्यार्थियों के साथ अपने अंतिम महीनों को बिताना अधिक मूल्यवान समझा।
परीक्षा विभाग में लंबे समय तक सेवा देने वाले मनोज कुमार धान ने अपनी संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने कठिनतम विभाग में बिना किसी दाग के कार्यकाल पूरा किया।
भौतिकी विभाग के सहायक प्रभात कुमार ने कहा कि उनकी पहचान समय पर विभाग पहुंचने और अपने कर्तव्यों के अनुशासनबद्ध पालन से बनी।
समारोह में शिक्षकों और विद्यार्थियों की रही भागीदारी
इस विदाई समारोह में विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, शोधार्थी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन कुलानुशासक प्रो. मिथिलेश कुमार सिंह ने किया।
इससे पूर्व, इतिहास विभाग में डॉ. अशोक मंडल के सम्मान में एक विशेष विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. हितेंद्र अनुपम ने की।
यह आयोजन केवल एक विदाई नहीं, बल्कि समर्पित सेवा, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का उत्सव भी था, जिससे विश्वविद्यालय की अगली पीढ़ी प्रेरित होती रहेगी।
News – Vijay Chaudhary