पाकुड़ (महेशपुर) : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने अपने संकल्प यात्रा के चौथे दिन पाकुड़ जिले के महेशपुर विधानसभा क्षेत्र के यज्ञ मैदान, पाकुड़िया में पहली जनसभा में फिर हेमंत सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने रविवार को राज्य संपोषित भ्रष्टाचार, खान, खनिज, बालू घाट की लूट, सोरेन परिवार द्वारा आदिवासियों की जमीन की लूट एवं संथाल के लोगों के पलायन को मुद्दा बनाया।
‘संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में अटल सरकार ने शामिल किया’
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड राज्य श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई की देन है। अटल जी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से गांव,गरीब को विकास की मुख्यधारा में जोड़ा। संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में जोड़ना अटल सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार देश में 8 आदिवासी कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। मोदी जी ने पहली संथाली आदिवासी महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर आदिवासियों को बड़ा सम्मान दिया। उन्होंने कहा कि लेकिन झारखंड में आदिवासियों के नाम पर राजनीति करनेवाले झामुमो के मुखिया नाम बदलकर आदिवासियों की ही जमीन लूट रहे हैं. हेमंत सरकार में आदिवासी बहन-बेटियों की इज्जत रामभरोसे चल रही है.
‘पदाधिकारी कहते हैं…पैसा ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है’
उन्होंने कहा राज्य के खान खनिज बाहर के लोग आकर लूट रहे और झारखंड के लोग आदिवासी, गरीब रोजगार के लिए हिमाचल प्रदेश जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार गरीबों के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो अनाज को भी बेच दे रही है, जबकि कोरोना काल में जब सब कुछ बंद था फिर भी प्रधानमंत्री ने किसी गरीब को भूखा सोने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस प्रशासन को लोगो की सुरक्षा में नहीं बल्कि उनको लूटने में लगा दिया है। पदाधिकारी बोलते हैं कि पैसा ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की जांच के लिए ईडी ने मुख्यमंत्री को समन किया है l ईडी को इनके भ्रष्टाचार का पता चल गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारवादी, भ्रष्टाचारी सरकार से झारखंड को मुक्त कराने के लिए यह संकल्प यात्रा चल रही है। अंत में फिर अपना संकल्प दोहराते हुए कहा कि संकल्प यात्रा में यही संकल्प दिलाने आया हूं।