सकारत्मकता भरी हंसी आपके व्यक्तित्व को निखारती है, तनाव कुरुपता लाती है: चौहान
खलारी। उर्सलाइन कान्वेंट स्कूल और आदर्श उवि शांतिनगर खलारी में गुरुवार को खुशी क्लास का आयोजन किया गया। उर्सलाइन स्कूल में प्रिंसिपल सिस्टर जयंती और आदर्श उच्च विद्यालय में प्रिंसिपल फादर ऑस्कर टोप्पो के नेतृत्व में लाइफ केयर हॉस्पिटल रांची और खुशी क्लास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित खुशी क्लास को सम्बोधित करते हुए खुशी क्लास के संस्थापक सह संचालक मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि तनाव, डिप्रेशन को अपने जिंदगी में आस-पास भी फटकने नहीं देनी है। सकारात्मकता से खुशी जगती है और यही खुशी मंजिल तक ले जाती है और सकारात्मकता ही आपको सफलता दिलाएगी। उन्होंने सकारात्मकता के ताकत से सम्बंधित कहानी भी सुनाते हुए कहा कि एक गांव में दो मित्र थें। गांव के पांच किमी की परिधि में तकरीबन 30 गांव थें। पढ़ाई के लिए एकमात्र प्राथमिक विद्यालय थी। एक मित्र सोचता, यहां शिक्षा के लिए कुछ होना चाहिए। दूसरा मित्र सोचा, मुझे अपने गांव के लिए कुछ करना है। वह अपने खेतिहर जमीन का एक टुकड़ा बेच कर गांव में स्कूल बनाने लगा। उसका हौसला देख ग्रामीणों ने भी मदद शुरु कर दी। 3-4 साल के अंदर उसका स्कूल पूरे एरिया में प्रसिद्ध हो गया। जिसमे दो हजार छात्र पढ़ने लग गए और उसकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो गई। पहला मित्र सोचता रहा, दूसरा मित्र बाजी मार ले गया। उन्होंने बताया कि शिव खेरा का कहना है कि विजेता बोलते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए, जबकि हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए। वहीं धीरूभाई अंबानी बोलते थे बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, आगे की सोचो क्योंकि विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है। अंत में चौहान ने छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों से आग्रह किया कि अगर उन्हें कहीं लगता है कि कोई तनाव में है, खुशी क्लास से संपर्क कर सकते हैं। निःशुल्क उन्हें हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी। वहीं उर्सलाइन स्कूल में प्रिंसिपल सिस्टर जयंती और आदर्श उच्च विद्यालय में प्रिंसिपल फादर ऑस्कर टोप्पो ने कहा कि वर्तमान में बच्चो को पढ़ाई के क्रम में होने वाले तनाव को कम करने के लिए इस तरह के खुशी क्लास की बहुत जरूरत है। कहा कि संस्था द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में भी इस तरह खुशी क्लास लगाना और जागरूकता फैलाने का सराहनीय कार्य किये है।मौके पर प्रभाकर शर्मा,अलका रही, श्रीकांत शर्मा,पवन चंद्रवंशी सहित अन्य शिक्षक उपस्तिथ थे।