खलारी। खलारी सीमेंट फैक्ट्री कोल डंप यार्ड से प्रभावित गांवों के ग्रामीणों ने कारखाना परिसर में कोयला आवक रोक दिया। ग्रामीणों की ओर से संचालन समिति द्वारा पूर्व में ही वार्ता के लिए अल्टीमेटम दिया गया था। प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं किए जाने पर शनिवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण फैक्ट्री गेट के समक्ष एकत्रित हो गए और रोजगार की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। समिति के बिट्टू सिंह ने कहा कि कहीं भी कोई बड़ा कारोबार होता है तो आसपास के ग्रामीणों की रोजगार की अपेक्षा होती है। रोजगार की चाह में ग्रामीण कारोबार के दुष्प्रभाव से भी समझौता कर लेते हैं। खलारी सीमेंट कारखाना में सीमेंट न बनाकर परिसर को कोयला डंप यार्ड बना दिया गया है। आसपास का आवासीय इलाका इससे प्रभावित है। हाइवा से कोयला ढुलाई में दुर्घटना की संभावना रहती है वहीं प्रदूषण भी ज्यादा होता है। कहा कि जब तक वार्ता नहीं होगी तबतक कोयला ढुलाई बंद रहेगा। इस आंदोलन में कांग्रेस प्रदेश लेबर सेल के महासचिव राजनसिंह राजा, तनवीर आलम, गोपाल सिंह, शिवचरण थापा, सूरज मुंडा, जफरूद्दीन अंसारी, महफूज अंसारी, पवनराज सिंह, बबलू सिंह, बबलू अंसारी, आशिक अंसारी, अजय सिंह, जितेन्द्र सिंह, फिरोज आलम सहित हुटाप, जी टाइप, शहीद चौक, गुलजारबाग से काफी संख्या में महिला पुरूष शामिल थे।