डकरा। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में संकुल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता 2023 का आयोजन किया गया। खेल का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, भगवान हनुमान की पूजा के द्वारा की गयी। आयोजन मुख्य अतिथि डकरा परियोजना पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह, विद्यालय सचिव लोकनाथ राणा, उपाध्यक्ष अवधेश सिंह, समाजसेवी रघुवंश नारायण सिंह, प्रधानाचार्य गोपाल मिस्त्री विश्वकर्मा की उपस्थिति में हुई। इसके पश्चात् स्वागत गान, गीत योग, नागपुरी नृत्य, डांडिया नृत्य जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। इस प्रतियोगिता में संकुल के पाँचों विद्यालयों के कुल 256 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें करकट्टा, पिपरवार, पुरानी राय, मैक्लूसकीगंज, डकरा के विद्यालय शामिल हुए। प्रतियोगिता में ऊंची-कूद, लंबी-कूद, रिले, दौड़, खो-खो, कबड्डी, गोला फेंक, आदि खेलों को शामिल किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई-लिखाई के साथ खेलकूद भी आवश्यक है। जिससे शरीर स्वस्थ रहता है और पढ़ाई में मन भी अधिक लगता है। खेलकूद के आयोजनों से बच्चे देश-विदेश स्तर की प्रतियोगिता हेतु तैयार होते हैं और अपने क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं। ऐसे आयोजनों में प्रत्येक छात्र-छात्राओं को भाग लेने चाहिए। खेलों के माध्यम से भी युवक-युवतियाँ बहुत नाम कमाती है। सारा जग उन्हें जानते हैं इसमें अपार संभावनाएं हैं।
प्रतियोगिता में ओवर ऑल चैंपियन प्रथम करकट्टा, द्वितीय पुरानी राय एवं तृतीय डकरा के प्रतिभागियों ने हासिल किया। साथ ही साथ प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने वाले प्रतिभागियों को मेडल, प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। खेलकूद का आयोजन खेल प्रमुख नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में किया गया। साथ ही खेल का समापन शांति मंत्र के साथ किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पाँचों विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं संरक्षक आचार्य-दीदी जी में शालिग्राम सिंह, गणेश महतो, लखन लाल, अभिमन्यु पासवान, बिरेंद्र झा, बिद्यानंद झा, भरत राय, मोहन राय, मनोरंजन ओझा, राजेंद्र कामत, अजय मिश्रा, वीरेंद्र पाठक, रामनिवास पांडेय, रीता दास, सिकंदर झा, मनबोध कुमार, विजय प्रजापति, बलराज साहनी, सरिता कुमारी, जिछु शर्मा, ऋषिकेश सिंह, शेषनाथ शर्मा, अर्चना सिंह, कुमारी गायत्री, अनिता सिंह, निकु वर्मन, हेमंत यादव, हरीनंदन नोनिया, राजू सिंह, आनंद जयसवाल, लक्ष्मण महतो, शशि रंजन राजेश, बरुण पांडेय व अन्य शिक्षक-शिक्षिकेत्तर कर्मचारी की अहम भूमिका रही।