रांची : आखिरकार 20-22 घंटे बीतने के बाद साढ़े पांच बजे शाम गुरुवार को महागठबंधन के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन चार विधायकों के साथ राज्यपाल से मिले. इसके बाद चंपई सोरेन राज्यपाल द्वारा दिये गए नियत समय के अनुसार मिलकर अपनी बातें रखीं. राजभवन की ओर से लगभग शाम छह बजे के बाद राजभवन के गेट के बाहर विक्टरी साइन के साथ पैदल बाहर निकले सभी विधायक मीडिया से मुखातिब हुए. चंपई सोरेन ने कहा कि गर्वनर ने हमें जल्द बुलाने का आश्वासन भर दिया है, पर समय-सीमा नहीं दी गई है. इसके बावजूद चंपई सोरेन ने गर्वनर से जल्द शपथ दिलाने की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया.
चंपई ने गर्वनर को पत्र लिखा, तब मिला समय
इससे पूूूर्व राजभवन की ओर किसी भी तरह का संकेेत या फोन नहीं आने के बाद चंपई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र भेजकर शाम तीन बजे का समय देने का आग्रह किया. इसके बाद राजभवन के एक अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल ने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को शाम 5.30 बजे का समय आवंटित किया है।चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को लिखे पत्र में कहा कि हेमंत सोरेन ने बुधवार रात मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया था, जिसे राजभवन ने रात 8.45 बजे स्वीकार कर लिया। उन्होंने राज्यपाल को आज लिखे पत्र में शाम तीन बजे समय देने को कहा था. गर्वनर से मिलने गए चंपई सोरेन के अलावा स्टीफन मरांडी, आलमगीर आलम,प्रदीप यादव, विनोद सिंह और झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य शामिल थे.
शपथ ग्रहण पर अबतक तक लगा है ग्रहण
बता दें कि नई सरकार के गठन को लेकर शपथ ग्रहण समारोह पर अभी तक राजभवन कोई समय निश्चित नहीं किया है, जबकि बगैर सरकार के 24 घंटे से अधिक गुजर गया है. यह समय अभी और भी बढ़ने की संभावना है. झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को कल रात ही झामुमो विधायक दल का नेता नामित किया गया था. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की और 47 विधायकों के समर्थन के साथ राज्य में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। यह दावा करते हुए कि राज्यपाल ने उनसे कहा कि वह सभी कागजात की समीक्षा करने के बाद उनसे संपर्क करेंगे. इधर, दिन भर चली राजनीतिक गतिविधियों के बीच सत्तारूढ़ गठबंधन के सूत्रों ने बताया कि भाजपा द्वारा किसी भी अवैध खरीद-फरोख्त के प्रयास को रोकने के लिए अपने विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने की चर्चा जोरों पर रही. रांची सर्किट हाउस में जमे करीब 45 विधायकों के लिए एयरपोर्ट तक जाने के लिए दो बसें खड़ी थी. दो चार्टर्ड विमान-एक, 12 सीटों वाला और दूसरा 37 सीटों वाला बुक किया गया. इस बीच मौसम खराब होने की वजह से सभी फ्लाइटें रद्द कर दी गई हैं.
हेमंत सोरेन को होटवार जेल भेजा गया, कोर्ट में कल भी सुनवाई संभव
इस बीच, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए निर्वतमान सीएम हेमंत सोरेन को कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार दोपहर 2.35 मिनट पर रांची सिविल कोर्ट परिसर लाया गया। कोर्ट परिसर पहुंचने पर हेमंत सोरेन ने कार से निकलते हाथ जोड़ कर वहां उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। फिर वे कोर्ट के अंदर में चले गए। ईडी की ओर से पीएमएलए कोर्ट में बताया गया कि अभी हेमंत सोरेन से कई जानकारियां नहीं मिल पाई है, इसलिए पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड मांगी गई। पर हेमंत सोरेन के अधिवक्ता की ओर से इसका विरोध किया गया। दोनों ओर से एक घंटे से अधिक समय तक अपना पक्ष अदालत में रखा गया। इसके बाद ईडी की विशेष अदालत की ओर से फैसला सुरक्षित रख लिया गया है। आज उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल ले जाया गया है। संभव है कि कल भी स्पेशल कोर्ट में आगे की सुनवाई हो सकती है।
हेमंत ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की
बता दें कि 48 वर्षीय झामुमो नेता ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख भी किया है। उन्होंने पहले राज्य उच्च न्यायालय का रुख किया था लेकिन वहां उन्होंने अपनी याचिका वापस लेने का फैसला किया और शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है. वहीं कोर्ट में सुनवाई खत्म होने के बाद उन्हें होटवार जेल ले जाया गया. कोर्ट में पेशी के समय हेमंत सोरेन के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बड़ी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता और उनके समर्थक भी कोर्ट परिसर के अंदर और बाहर मौजूद थे। इन्हें रोकने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।