रांची: झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधानसभा में आराम से बहुमत हासिल कर लिया. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र महतो ने सोमवार को सदन में शक्ति परीक्षण कराया. परीक्षण के दौरान पक्ष में 47 मत और विपक्ष की ओर से 29 मत पड़े. अब सरकार को गिराने के सारे कयासों-अटकलों पर छह माह के लिए पूरी तरह से विराम लग गया है. बहुमत साबित करने के लिए सरकार को 40 मत की जरूरत थी. सदन में सरयू राय ने निर्दलीय विधायक के रूप में तटस्थ रहे. दूसरे निर्दलीय विधायक अमित यादव सदन नहीं पहुंचे. झामुमो और कांग्रेेस सभी विधायक इंटेेेक्ट रहे. विश्वास मत से पूर्व सदन में स्पीकर ने पक्ष-विपक्ष के सदस्यों को विश्वास मत के विरोध और समर्थन में बोलने का समय दिया.
हां…! हमारी सरकार हेमंत सोरेन सरकार पार्ट-2 है..! : चंपई सोरेन
इससे पूर्व सदन में राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन ने अपने अभिभाषण की शुरुआत ही पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की तारीफ से की। इसके बाद नए चंपई सोरेन ने सदन में कहा कि चंपई सोरेन हमारी सरकार हेमंत सोरेन सरकार आ पार्ट-2 है। हेमंत बाबू के नेतृत्व में करीब चार साल तक कुशलतापूर्वक सरकार चली। हेमंत बाबू की सरकार ने कोरोना काल में राज्य के लोगों की हर मसीबतों के समय मुस्तैदी से डटे रहे. हेमंत बाबू की सरकार ने हजारों चप्पल और लूंगी पहननेवाले प्रवासी मजदूरों हवाई जहाज से घर लाने का काम किया। यहां के आदिवासी बच्चों को विदेश पढ़ने के भेजना शुरू किया। उन्होंने कहा कि यहां की खनिज संपदा गुजरात और मुंबई भेजी जाती रही। जिस इलाके में खनन हुआ, वह इलाका ड्राई जोन बन गया। हेमंत सरकार ने आदिवासी और मूलवासियों की समस्याओं को देर करने की कोशिश करती रही। यह सरकार जनहित कार्यों के लिए बचे समय का बेहतर ढंग से सदुपयोग करेगी.
भानु प्रताप शाही पर चंपई ने तंज कसा: ईडी ने उनके पास से 7 करोड़ जब्त किया…पर ईडी 7 साल बाद भी क्यों कुछ नहीं कर पाई…?
सीएम चंपई सोरेन ने जोर देकर कहा कि केंद्र की ओर से जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर हेमंत सोरेन को फंसाने का काम किया गया है। भाजपा के विधायक भानु प्रताप शाही पर तंज कसते हुए कहा कि ईडी ने उनके पास 7 करोड़ की गयी. लेकिन ईडी उनके खिलाफ कुछ नहीं कर पाई। पूरा देश देख रहा है कि हेमंत सोरेन के साथ किस तरह से अन्याय हुआ है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार गठन के समय से ही सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन गठबंधन सरकार की कोशिश होगी कि जिस घर में कभी दीया नहीं जला, उसके दिल में दीया जलाने की कोशिश होगी।