गुमला – गुमला जिला अंतर्गत बसिया थाना क्षेत्र में अंधविश्वास और डायन बिसाही के संदेह में 60 वर्षीय वृद्ध महिला सुन्नी उरांईन के सर धड़ से अलग कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में बसिया थाना परिसर में एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर एसडीपीओ नजीर अख्तर ने उक्त हत्याकांड का उद्वेदन करते हुए बताया कि रामजड़ी डुमरटोली ग्राम के सुकरा उरांव के तीन बच्चे बराबर बीमार रहते थे और दवा आदि देने के बाद भी ठीक नहीं होते थे। तो सुकरा उरांव ने अंधविश्वास में आकर और अपने तीनों बच्चों के बीमार रहने पर वह सुन्नी उरांईन पर डायन बिसाही जादू टोना, टोटका, तन्त्र मंत्र आदि करने का संदेह में आकर सुकरा उरांव ने अपने गहरे दोस्त अनिल उरांव , रोहित उरांव और तुलसी राम को बताया कि गांव की सुन्नी उरांईन डायन बिसाही है। मेरे तीनों बच्चों पर जादू टोना टोटका तन्त्र मंत्र करती है।
फलस्वरूप उसके तीनों बच्चे हमेशा बीमार रहते। अतः उसकी हत्या जबतक नहीं करेंगे तबतक मेरे बच्चे बीमार ही रहेंगे, फिर हत्या का प्लान बनाया और चारों दोस्त मिलकर सुन्नी उरांईन की हत्या तेज धारदार भुजली से सर धड़ से अलग कर निर्मम हत्याकर गांव के पुल के नीचे फेंक कर घटनास्थल से भागने में सफल रहे। बसिया थाना प्रभारी के एस आई और थाना के पुलिसकर्मियों के अथक प्रयास से सुन्नी उरांईन के हत्यारे मुख्य मास्टरमाइंड सुकरा उरांव एवं उसके सहयोगी अनिल उरांव , रोहित उरांव और तुलसीराम को समय पर दबोच लिया गया है। बसिया थाना लाकर पुलिसिया अंदाज में पूछताछ किया गया तो चारों अभिक्तों ने अपने अपने अपराध स्वीकार किये और उनकी निशान दही पर हत्या में प्रयुक्त भुजली भी बरामद कर लिया गया। बाद में मीडिया एवं न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर सुन्नी उरांईन के उक्त सभी चारों अभियुक्तों को गुमला जेल भेज दिया गया हैं।
News – गनपत लाल चौरसिया