7 से 9 मई को विश्वविद्यालय का होगा नैक के लिए भौतिक मूल्यांकन
विश्वविद्यालय को नैक द्वारा मूल्यांकन में अच्छे ग्रेड प्राप्त हो यह विश्वविद्यालय की गरिमा का विषय है। इसके लिए हम सब एक परिवार के रूप में मिलकर काम करें। इस दरमियान कोई भी छुट्टी ना ले। उक्त बातें विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीमती सुमन कैथरीन किसपोट्टा ने कही। वे आज नैक मूल्यांकन से पूर्व विश्वविद्यालय की तैयारी की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। बैठक का आयोजन आर्यभट्ट सभागार में किया गया था।
उन्होंने आग्रह किया कि आप सभी सकारात्मक बने रहे एवं अपना सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय को दें। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह स्वयं सभी विभागों का दौरा कर तैयारी की समीक्षा करेगी।
ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय का दूसरी बार नैक द्वारा ग्रेडिंग हेतु मूल्यांकन के लिए 7 से 9 मइ को तीन सदस्य दल का दौरा निश्चित है। सदस्यों की जानकारी अभी गोपनीय रखी गई है।
आज के बैठक मे ओंबड्समैन के लिए एक कार्यालय निर्धारित करना, नैक के साथ बैठक के लिए पूर्ववर्ती छात्रों एवं अभिभावकों के दल को सूचना देना, स्वास्थ्य केंद्र को सुचारू रूप से व्यवस्थित करना, विश्वविद्यालय कैंटीन को यथाशीघ्र चालू करना, परिसर में लगे सभी प्रकार के बोर्ड को दुरुस्त करना, निर्बाध बिजली एवं जल आपूर्ति सुनिश्चित करना, पूरे परिसर को स्वच्छ बनाए रखना आदि विषयों पर सहमति बनी।
बैठक का संचालन करते हुए नैक कोषांग के समन्वयक डॉ गंगानन्द सिंह ने सदन को जानकारी दी की सभी विभागों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन तैयार कर लिया है। उन्होंने सभी विभागों को 14 बिंदुओं पर संचिका एवं पिछले 7 वर्षों का वार्षिक प्रतिवेदन 27 अप्रैल तक तैयार रखने का आग्रह किया।
आज के बैठक में नैक मूल्यांकन से संबंधित विभिन्न उपसमितियों के संयोजकों ने अपने-अपने समितियां की तैयारी से सदन को अवगत कराया।
बैठक में इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ विकास कुमार ने रविंद्र नाथ टैगोर कला भवन के जीर्ण-शीर्ण स्थिति के तरफ कुलपति का ध्यान आकृष्ट किया एवं यथाशीघ्र उसके जीर्णोद्धार की मांग की। कुलपति ने तत्काल कुलसचिव को निर्देश दिया की सीसीडीसी महोदय को उक्त कार्य को संपन्न करने का आदेश दिया जाए।
बैठक को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के वित्त परामर्शी श्री सुनील कुमार सिंह ने वाई-फाई से संबंधित समस्या को दूर करने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अब समय कम है। जरूरी संचिकाओं के संबंध में अधिकारियों से सीधा संपर्क करें ।
बैठक में अवकाश प्राप्त प्रोफेसर (डॉ) पी महतो, डॉ चंद्रशेखर तथा छात्रकल्याण संकायअध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) मिथिलेश कुमार सिंह, आइक्यूएसी के निदेशक डॉ सादिक रज्जाक, डॉ सुकल्याण मोइत्रा, डॉ राखो हरि, डॉ वीरेंद्र कुमार गुप्त, डॉ विनोद रंजन, डॉ जॉनी रुफिन तिर्की आदि लोगों ने अपने-अपने विचार रखें। विश्वविद्यालय के कुलसचिव मोहम्मद मोख्तार आलम ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
News – Vijay Chaudhary.