दि आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी का संकल्प पूरे भारतवर्ष में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की है।हजारीबाग में गुरू पूर्णिमा के पावन मौके पर अनेक कार्क्रम आयोजित किये गये।स्थानीय बड़ा अखाड़ा में सामूहिक हवन,गुरू-पूजा, सत्संग और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम योग प्रशिक्षका पूनम जायसवाल के नेतृत्व में किया गया।कार्यक्रम में लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने के बारे में विस्तार से बताया एवं योग और ध्यान को जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए सबको इसे अपनाने की सलाह दी।
कार्यक्रम के आयोजन में बड़ा अखाड़ा के महंत विजयानंद जी का सक्रिय योगदान रहा।वहीं योग प्रशिक्षक तारकेश्वर सोनी के नेतृत्व में हजारीबाग मुख्यालय से चौबीस किलोमीटर दूर कटकम सांडी प्रखंड में सौ से अधिक की संख्या में पौधारोपण किया गया।इस मौके पर श्री सोनी ने कहा कि ‘पंचतत्व से हमारा शरीर बना है,इसमें एक तत्व के भी बिगड़ने से हम बीमार पड़ जाते हैं।रोग वास्तव में रोग नहीं है यह लक्षण है।जब हमारा मन बिगड़ता है तो है तो यह रोग के रूप में प्रकट होता है।प्रकृति के सान्निध्य से हमारा मन और शरीर दोनों स्वस्थ होता है।’
लगाये गये पौधों में जामुन, आंवला, सांगवान, शरीफा काजू, लीची, बांस, कटहल, आम की विभिन्न प्रजाति, आदि पौधों का रोपण किया गया।कार्यक्रम में संजय गुप्ता, ऋषि आनंद चौधरी, अजय जैन, कीर्ति गुप्ता, विश्वनाथ सोनी, तन्मय सोनी, विरेन्द्र जी, रवि जायसवाल, बंटी केशरी, श्वेता रानी, पीयुष सोनी, श्यामा देवी, सुमन भंडारी, गुड़िया देवी, सुधा मेहरोत्रा, सुमन कुमार, अर्चना देवी, पंचरत्न गुप्त , शांति अग्रवाल, नीलम वर्मा, अनीता गुप्ता, सुबोध ओझा आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
Vijay Chaudhary.