हजारीबाग, मंडई कलां : शुक्रवार को मंडई कलां में ईद मिलाद-उल-नबी (सल्ल.) का जश्न धूमधाम से मनाया गया। ईशा की नमाज के बाद आयोजित इस मिलाद पार्टी की सरपरस्ती हजरत मौलाना मुख्तार आलम हबीबी ने की और अध्यक्षता कारी महमूद रजा मुस्तफा अलैहिस्सलाम ने की। बैठक का संचालन कारी शाहिद रजा अंजुम ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत कारी महमूद रज़ा ने पवित्र कुरान की तिलावत से की, जिसके बाद अल बख्श रज़ा, हाफ़िज़ दिलशान रज़ा, अहमद रज़ा, फिरदौस रज़ा, हाफ़िज़ खुर्शीद और कारी महमूद रज़ा ने पवित्र पैगंबर को ख़िराजे-अक़ीदत पेेश की। कारी इकरामुद्दीन मकरी ने अपनी तकरीर में कहा कि हमारी मुहब्बत अल्लाह और रसूल के लिए होनी चाहिए और हमारी दुश्मनी भी अल्लाह और रसूल के लिए होनी चाहिए।
कारी हम्माद अशरफ ने लोगों से कहा कि पैगंबर साहब की शिक्षाओं की कमी के कारण हमारा समाज विभिन्न मिथकों में उलझ गया है। उन्होंने कहा, “पवित्र पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने हमें अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनका सही मार्गदर्शन करने की शिक्षा दी है। इस्लाम धर्म धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा के अधिग्रहण पर भी जोर देता है।”
मौलाना आजम अली मिस्बाही ने सीरत मुस्तफा पर संक्षेप में प्रकाश डाला। विशिष्ट वक्ता हजरत मुफ्ती सैयद कामरान हसीब ने अपने संबोधन में पैगंबर (सल्ल.) की जीवनी के संदर्भ में समाज में फैली बुराइयों की रोकथाम पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमें दायित्वों के साथ-साथ कर्तव्यों पर भी ध्यान देना चाहिए। प्रार्थनाओं का पालन, माता-पिता के प्रति अच्छा व्यवहार, बड़ों के प्रति सम्मान और छोटों के प्रति दया हमारे नैतिक मूल्यों को जन्म देती है। वहीं दूसरी ओर शराब, गांजा, अफीम, ड्रग्स और जुआ जैसी बुरी चीजों से बचना भी बहुत जरूरी है।”
कार्यक्रम के अंत में कारी महमूद रज़ा नूरी ने अध्यक्षता की और महफ़िल में आये सभी विद्वानों और प्रतिभागियों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने वालों की भी सराहना की, जिनमें जमालुद्दीन, फिरोज उर्फ राजा, अरबाज, शाहबाज, आफताब, मोइनुद्दीन, मुफीद अख्तर, शाहनवाज शाह, रेहान, चांद डीजे, फैसल, सरफराज, अताउल्लाह और मिराजुल हक शामिल थे।
आमद ए रसूल कॉन्फ्रेंस में समाजसेवी सह हजारीबाग विधानसभा प्रत्याशी संजर मलिक ने भी शिरकत किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और पैगंबर साहब के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त किया। इस आयोजन ने समाज में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया, और लोगों को पैगंबर मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की शिक्षाओं का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
News – Vijay Chaudhary.