रांची : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य राज्य की जनता को इंडिया गठबंधन सरकार के झूठ और ठग के खिलाफ जागरुक करना था, बीजेपी अपने उद्देश्य में सफल रही। अब तक 16 से 17 लाख लोग इस यात्रा में शामिल हुए। बारिश के बावजूद जिस तादाद में लोगों की भागीदारी इस यात्रा में रही, वह अपने आप में अद्भुत और अविस्मरणीय है। 29 सितंबर को प्रदेश कार्यालय में श्री मरांडी ने मीडिया से कहा कि झारखंड बीजेपी की परिवर्तन यात्रा आशा और उम्मीद से ज्यादा सफल रही। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा के क्रम में इस बात का आभास हुआ है कि राज्य की जनता वर्तमान हेमन्त सोरेन सरकार के झूठ, ठग और भ्रष्टाचार से त्रस्त हो चुकी है। इसे बदलने का मन बना चुकी है। इसकी शुरुआत 20 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संतालपरगना प्रमंडल और गिरिडीह के झारखंड धाम से की थी। परिवर्तन यात्रा का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अक्टूबर को हज़ारीबाग़ में करेंगे।
‘अबतक आधा दर्जन से ऊपर मेरे खिलाफ केस दर्ज किये जा चुके हैं’
श्री मरांडी ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार की गलतियों को उजागर करने पर मुझपर केस कर दिया जाता है। अब तक आधा दर्जन से ऊपर केस मेरे ऊपर किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी मैंने शराब घोटाले के बारे में जो कहा था, वही हुआ। राज्य में फिर से शराब घोटाले की पटकथा लिखी जा रही है। टेंडर निकालकर उसे रद्द किया गया है। पसंदीदा ठेकेदार को टेंडर देने के लिए यह किया गया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि राज्य की 26 प्रतिशत शराब दुकान सड़क किनारे हड़िया दारू बेचने वाली आदिवासी माता और बहनों को दिया जाए ताकि, वे अपनी गुजर बसर कर सके। इस अवसर पर प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक और प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज भी मौजूद थीं।
भाजपा को परिवर्तन यात्रा से फायदा मिलने का भरोसा
बता दें कि अमित शाह के बाद परिवर्तन यात्रा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 21 सितंबर को और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हज़ारीबाग़ प्रमंडल के इटखोरी और पलामू के भवनाथपुर स्थित वंशीधर मंदिर से प्रारंभ की थी। दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल के खूंटी जिले के अमरेश्वर धाम से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी शुरुआत 23 सितंबर को की थी। यह यात्रा अब तक राज्य के 24 जिलों, 74 विधानसभा, 202 प्रखंड की 4500 किलोमीटर की यात्रा तय कर चुकी है। भाजपा को भरोसा है कि इस परिवर्तन यात्रा से हेमंत सरकार बैकफुट पर आ गई है और इसका फायदा विधानसभा चुनाव में मिल सकता है. हालांकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश स्तर तक के सभी नेताओं ने डेमोग्राफी, घुसपैठ और हेमंत सरकार के भ्रष्टाचार पर ही फोकस किया, जबकि सत्तापक्ष की ओर से सरना धर्म बिल कोड, खान-खनिज की रायल्टी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे उछालने के बावजूद भाजपा ने अबतक काउंटर नहीं किया है.