रांची : हजारीबाग में पीएम के हेमंत सरकार की आलोचना की झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से प्रतिक्रिया भी आ गई है. भट्टाचार्य ने पीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूपी में 17 बार पेपर लीक हुआ, लेकिन आजतक उसपर कार्रवाई नहीं हो पाई। 7 सालों में यूपी में सिपाही की बहाली नहीं हुई. बिहार में बड़े पैमाने पर बिहार में पेपर लीक हुआ. उसपर एक शब्द नहीं निकला. मोदी जी को झारखंड मुक्ति मोर्चा से डरना चाहिए, क्योंकि हम आदिवासी-मूलवासी और पिछड़े मजदूर लोगों की बात करते हैं, जबकि भाजपा ST/SC/OBC का आरक्षण काटकर घुसपैठियों को देने की बात करती है. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मोदी पर हमला करते हुए प्रेस से कहा कि भाजपा को पहली बार एहसास हुआ कि पोटो-हो स्वतंत्रता सेनानी थे। बुधवार को हजारीबाग में अपने लंबे भाषण में आदिवासियों की बात करते हुए पीएम आदिवासी जन नायक रूपों महाली को भूल गए। ये बातें भाजपा को नहीं मालूम कि सरस्वती देवी पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी थी, जो हजारीबाग से थी। उनको यह भी नहीं पता कि बाबू राम नारायण सिंह कौन थे. पीएम मोदी प्रधानमंत्री जैसे पद पर होकर BDO, CO के ट्रांसफर की बात करते हैं। ये देश का दुर्भाग्य है कि देश का प्रधानमंत्री इतने निम्न स्तर की कैसे बात करता है. उनकी ओछी बातों के कारण ही देश ने उन्हें एक तरह से नकार दिया है.
लेह-लद्दाख प्रकरण में पीएम ने अपने मित्र के लिए वहां जमीन का सौदा किया है…!
सुप्रियो ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते कहा कि आप आदिवासी-मूलवासी, हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा से डरते हैं। लेह-लद्दाख में आदिवासियों और मूलवसियों का आंदोलन चल रहा है, उन्हें और उनके साथियों को जेल में डलवा दिया. उनका कसूर यही था कि वे लोग गांधी जयंती पर राजघाट जाना चाह रहे थे. उन्होंने कहा कि आदिवासी वैज्ञानिक सोनम वांगचुक लद्दाख को 6th शेड्यूल में शामिल करने की बात कर रहे हैं पर पीएम का आडाणी मोह उन्हें ऐसा करने से रोक रहा है, हकीकत ये कि अडाणी से उनकी जमीन का सौदा किया है। हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह के भाजपा में शामिल होने पर सुप्रियो ने कहा कि कितने घुसपैठियों को शामिल करेंगे। भाजपा को डेमोग्राफी की चिंता हो रही है, तो आप अपने संगठन की डेमोग्राफी देखिये। केंद्र सरकार घंटी बजा रही है क्या? घुसपैठियों को रोकना किसका काम है? असम के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि घुसपैठिए असम से अंदर आते हैं। ये दोहरी नीति नहीं चलेगी. भाजपा किसी न किसी बहाने चुनाव को हिंदू-मुस्लिम एंगल देने की फिराक में रहते हैं.