जन शिकायत निवारण दिवस: एक महत्वपूर्ण पहल
गुमला जिला मुख्यालय में मंगलवार को जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करना था। यह कार्यक्रम गुमला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जहां जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण, पानी की समस्या, अवैध बालू उठाव और अन्य मुद्दों पर अधिकारियों से मुलाकात की, और कई समस्याओं का समाधान मौके पर ही किया गया।
चैनपुर प्रखंड के ग्रामीणों की पुलिया निर्माण की मांग
चैनपुर प्रखंड के मालम पंचायत स्थित खम्हान टोली के ग्रामीणों ने जन शिकायत निवारण दिवस के अवसर पर उपायुक्त से पुलिया निर्माण की मांग की। ग्रामीणों ने उपायुक्त को बताया कि पुलिया न होने के कारण उन्हें सड़क मार्ग तक पहुंचने में भारी कठिनाई होती है। ग्रामीणों की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने जिला योजना विभाग को निर्देश दिया कि उक्त स्थान का निरीक्षण कर पुलिया निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार किया जाए। यह पहल ग्रामीणों की आवाज़ को सही मंच प्रदान करने का एक उदाहरण है, जो सुदूरवर्ती इलाकों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रायडीह प्रखंड के घेराटोली के ग्रामीणों की पूजा सहयोग की मांग
रायडीह प्रखंड के घेराटोली (रुकरूम) ग्राम के निवासियों ने साप्ताहिक सरना पूजा के लिए सहयोग राशि की मांग की। सरना पूजा आदिवासी संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है, और ग्रामीणों की यह मांग दर्शाती है कि धार्मिक आयोजनों के लिए भी प्रशासन से सहयोग की आवश्यकता होती है। उपायुक्त ने उनकी इस मांग को उचित रूप से सुना और आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
अंबेडकर नगर में पानी की समस्या और अवैध बालू उठाव
अंबेडकर नगर के निवासियों ने पिछले छह महीनों से पानी की समस्या का सामना कर रहे हैं। ग्रामीणों ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि उनके गांव में पानी की आपूर्ति बंद हो गई है, जिससे जीवनयापन में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा, ग्रामीणों ने अवैध बालू उठाव की भी शिकायत की, जिसे लेकर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल जांच के निर्देश दिए। यह समस्या न केवल ग्रामीणों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि पर्यावरणीय असंतुलन का कारण भी बन सकती है, जिससे तत्काल समाधान आवश्यक हो गया है।
राशन कार्ड, नौकरी और भूमि विवाद जैसे व्यक्तिगत समस्याओं का निपटारा
दूर-दराज के गांवों से आए ग्रामीणों ने राशन कार्ड, नौकरी, भूमि विवाद और मुआवजा भुगतान से संबंधित अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को भी जन शिकायत निवारण दिवस के दौरान प्रस्तुत किया। उपायुक्त ने सभी आवेदनों को गंभीरता से लिया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कुछ समस्याओं का समाधान तुरंत किया गया, जबकि कुछ मामलों में आवेदकों को सही मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
समस्याओं का समाधान: प्रशासनिक तत्परता का प्रमाण
इस जन शिकायत निवारण दिवस का मुख्य उद्देश्य प्रशासन और जनता के बीच संवाद स्थापित करना था। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सभी आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई कर यह सुनिश्चित किया कि जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कुछ मामलों को संबंधित अधिकारियों के पास भेजा, और जहां समाधान तत्काल संभव नहीं था, वहां ग्रामीणों को सही दिशा दिखाने का प्रयास किया गया।
गुमला जिला मुख्यालय में जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन ग्रामीणों की समस्याओं को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। पुलिया निर्माण, पानी की समस्या और अवैध बालू उठाव जैसे गंभीर मुद्दों पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर जनता की समस्याओं को सुना और समाधान किया। यह पहल दर्शाती है कि प्रशासनिक तत्परता और जनभागीदारी से ही सामाजिक समस्याओं का प्रभावी समाधान संभव है।
ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता न केवल ग्रामीणों की समस्याओं को हल करने में सहायक होगी, बल्कि प्रशासन और जनता के बीच विश्वास को भी बढ़ाएगी। इसके साथ ही, नागरिकों को भी अपनी समस्याओं को सही मंच पर प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए, ताकि सभी के लिए एक समान और बेहतर समाज का निर्माण हो सके।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया