बदायूँ, नवंबर 2024: भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर हर वर्ष मनाया जाने वाला राष्ट्रीय शिक्षा दिवस शिक्षा के प्रति जागरूकता और बच्चों के बुनियादी ज्ञान को सशक्त बनाने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर, एजुकेट गर्ल्स संस्था ने बदायूँ जिले के 240 विद्यालयों में ‘ज्ञान का पिटारा’ नामक शैक्षिक किट वितरित किए। यह किट विशेष रूप से उन बच्चों के लिए तैयार की गई है जिन्हें अक्षरों, वाक्यों और बुनियादी गणितीय कौशल में कठिनाई होती है। एजुकेट गर्ल्स की इस पहल का उद्देश्य बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को मजेदार और सरल बनाना है।
‘ज्ञान का पिटारा’ किट का उद्देश्य: बुनियादी शिक्षा को सशक्त बनाना
‘ज्ञान का पिटारा’ किट बच्चों के लिए एक अभिनव शिक्षण सामग्री है, जो शिक्षा को एक आनंददायक और आकर्षक अनुभव में बदलने का प्रयास करती है। इस किट के माध्यम से बच्चों को अक्षरों की पहचान से लेकर वाक्य पढ़ने तक की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इसके अलावा, बच्चों के गणितीय कौशल को मजेदार खेलों और गतिविधियों के माध्यम से सिखाया जाता है।
प्राथमिक विद्यालय रिठीया के प्रधानाध्यापक अक्सद अली खान का कहना है, “एजुकेट गर्ल्स द्वारा वितरित की गई यह किट बच्चों की नींव को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगी। बच्चों को इससे सीखने में काफी मदद मिलेगी और वे बुनियादी शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।”
एजुकेट गर्ल्स का मिशन: शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
एजुकेट गर्ल्स संस्था पिछले चार वर्षों से विभिन्न जिलों में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्य कर रही है। इस अवसर पर, संस्था के स्टेट ऑपरेशन्स हेड नितिन कुमार झा ने कहा, “हमारा उद्देश्य बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है और उनकी बुनियादी शिक्षा को सशक्त बनाना है। सरकार के सहयोग से हम बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार ला रहे हैं और हमें विश्वास है कि ‘ज्ञान का पिटारा’ जैसी पहल से बच्चों की बुनियादी शिक्षा में सकारात्मक बदलाव आएगा।”
इस पहल का एक और उद्देश्य यह है कि अधिक से अधिक बच्चों को प्राथमिक शिक्षा से जोड़कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जाए, खासकर उन बच्चों को जिनके परिवार शिक्षित नहीं हैं या जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
बालिका शिक्षा और अभिभावकों को जागरूक करने की पहल
इस पहल में बालिका शिक्षा को भी विशेष रूप से प्राथमिकता दी गई है। विद्यालयों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पोस्टर लगाए गए और अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया गया। एजुकेट गर्ल्स संस्था के प्रतिनिधि और विद्यालय के शिक्षकों ने मिलकर अभिभावकों को समझाया कि शिक्षा से बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। बालिका शिक्षा पर जोर देकर यह पहल समाज में एक सकारात्मक संदेश देने का कार्य कर रही है।
इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षक मोहित सैनी, सबेले और संस्था के प्रतिनिधि शैलेन्द्र, अंकित कुमार, नफीस खान उपस्थित रहे, जिन्होंने बच्चों के साथ बातचीत कर उन्हें शिक्षा के महत्व को समझाया। यह पहल न केवल बच्चों बल्कि उनके अभिभावकों के बीच भी शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में सहायक सिद्ध होगी।
बच्चों की सीखने की यात्रा को मजेदार बनाने का प्रयास
‘ज्ञान का पिटारा’ किट का एक मुख्य उद्देश्य बच्चों को शिक्षा से जोड़ना और उन्हें पढ़ाई में रुचि दिलाना है। यह किट बच्चों को उनकी प्राथमिक शिक्षा को मजबूत बनाने में सहायक होगी। विभिन्न शैक्षिक खेलों और गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। इस पहल में यह सुनिश्चित किया गया है कि सीखने की प्रक्रिया बच्चों के लिए बोझिल न हो, बल्कि वे इसे आनंद के साथ सीखें।
इस प्रकार की शैक्षिक किटों से बच्चों को सीखने की प्रक्रिया में गति मिलती है और वे शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करते हैं। एजुकेट गर्ल्स का यह प्रयास यह दर्शाता है कि शिक्षा का स्तर उठाने के लिए सरल और आकर्षक शिक्षण सामग्री कितना प्रभावी हो सकती है।
बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक कदम
एजुकेट गर्ल्स द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर ‘ज्ञान का पिटारा’ किट का वितरण बच्चों के बुनियादी शिक्षा को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल बच्चों के लिए शिक्षा को सरल, मजेदार और सुलभ बनाने का एक सशक्त प्रयास है।
हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम बच्चों के जीवन में शिक्षा के महत्व को समझें और उनके लिए एक उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कार्य करें। एजुकेट गर्ल्स की यह पहल एक प्रेरणा है, जो शिक्षा को हर बच्चे तक पहुँचाने का संकल्प है।
आइए, हम इस प्रयास को सफल बनाने में योगदान दें और बच्चों के शिक्षा के अधिकार को सशक्त करें।
News – Muskan
Edited by – Sanjana Kumari
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