✦ स्कूल सर्टिफिकेशन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समर्पित, प्रत्येक विद्यालयों का तय होगा मानक – सचिव
✦ विद्यालय प्रमाणीकरण में शामिल नहीं होने वाले विद्यालयों पर होगी सख्त कार्रवाई, जिलों के पदाधिकारी भी नपेंगे
✦ साहिबगंज और जमशेदपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को फटकार, कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश
✦ तीन वर्षो की अवधि के लिए स्कूलों को मिलेगा गोल्ड सर्टिफिकेशन, प्रथम चरण में कक्षा 1,9 और 11 के विद्यार्थी असेसमेंट में नहीं होंगे शामिल, जुलाई में होगा इनका असेसमेंट
✦ सभी 35,000 सरकारी स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से प्रामाणिकरण के दायरे में लाया जायेगा – सचिव
✦ टीएनए के पहले दिन 23,000 शिक्षकों ने दी आंकलन परीक्षा, दिखा उत्साह
झारखंड में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और शिक्षकों के व्यक्तिगत दक्षताओं में वृद्धि के लिए आयोजित टीचर्स नीड असेसमेंट और स्कूल प्रमाणीकरण की आज उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की गयी। वर्चुअल समीक्षा बैठक की अध्यक्षता स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव श्री उमाशंकर सिंह ने की। इस बैठक में गुणवत्त शिक्षा के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अविनव कुमार समेत सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, सहायक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी 80 सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस विद्यालय प्रबंधक, 325 प्रखड स्तरीय लीडर स्कूल और 345 पीएम श्री स्कूलों के के प्राचार्य, तकनीकी टीम के सदस्य शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव श्री उमाशंकर सिंह ने कहा कि स्कूल प्रमाणीकरण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समर्पित पहल है। इस बार इसे संगठित तरीके से लागू किया जा रहा है। जैसे ही पहले चरण का प्रमाणीकरण संपन्न होगा, उसके बाद राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर सभी चयनित विद्यालयों को सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों का मानक तय करने के लिए स्कूल सर्टिफिकेशन एक महत्वपूर्ण पहल है।
पहले स्कूलों के मानक तय करने के लिए जैक की परीक्षाओ का सहारा लिया जाता था। स्कूलों के मानकों को परखने के लिए कोई प्रणाली नहीं थी। मगर अब स्कूल प्रामाणिकरण के माध्यम से विद्यालयों को बेहतर करने और उत्कृष्ट मानक तय करने का मौका मिल रहा है। श्री सचिव ने कहा कि राज्य में संचालित सभी 35,000 सरकारी स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से प्रामाणिकरण के दायरे में लाया जायेगा। इससे सभी स्कूलों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो सकेगी।
टीएनए और स्कूल प्रमाणीकरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, स्कूलों को चेतावनी
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव श्री उमाशंकर सिंह ने कहा कि टीचर्स नीड असेसमेंट और विद्यालय प्रमाणीकरण से घबराने की जरूरत नहीं है। किसी के ऊपर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी। मगर विद्यालय इसका ध्यान रखे कि एक बार प्रमाणीकरण हो जाने के बाद भी हालात नहीं सुधरे तो सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहे। स्कूल प्रमाणीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त बच्चो की 75% उपस्थिति भी है। ऐसे में जिन विद्यालयों में बच्चो की उपस्थिति 75% से कम है, वे स्वतः ही स्कूल प्रमाणीकरण प्रक्रिया से बाहर हो जायेगे।
ऐसे विद्यालय जो प्रमाणीकरण से बाहर होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। ना केवल स्कूलों, बल्कि उस जिले के पदाधिकारियों के ऊपर भी विभागीय और सख्त कार्रवाई होगी। श्री सचिव ने तल्ख़ भरे अंदाज में चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारी सिर्फ कार्यालयों में ना बैठे, फील्ड में जाकर काम करे। किसी भी स्तर पर लापरवाही हुई तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उन्होंने साहिबगंज और जमशेदपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारियों की कार्यशैली से नाराजगी जताते हुए कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया।
बैठक को संबोधित करते हुए गुणवत्त शिक्षा के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अविनव कुमार ने पूरी योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रमाणीकरण के लिए विद्यालय में टीम और स्टाफ की भूमिका और जिम्मेदारियां क्या होंगी, यह पहले से ही सुनिश्चित कर ले। प्रखंड और जिले से ज्यादा से ज्यादा स्कूलों की भागीदारी स्कूल प्रमाणीकरण में सुनिश्चित करे। स्कूलों के प्रदर्शन को लगातार आंकने के लिए अलग से एक सूचक प्रणाली बनाई जायेगी।
स्कूल प्रमाणीकरण में कक्षा 1,9 और 11 के बच्चे नहीं होंगे शामिल, जुलाई में होगा इनका असेसमेंट
स्कूल प्रमाणीकरण में राज्य के कक्षा 1,9 और 11 के छात्र शामिल नहीं होंगे। इन बच्चो का जुलाई के प्रथम सप्ताह में अलग से एक दिवसीय असेसमेंट किया जाएगा। सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों का असेसमेंट पूर्ण होने के बाद विद्यालय के प्रदर्शन का आंकलन होगा।
तीन वर्षो के लिए होगा सर्टिफिकेशन
स्कूल प्रमाणीकरण में गोल्ड प्रमाणित स्कूलों को तीन वर्षो की अवधि के लिए गोल्ड सर्टिफिकेशन की मान्यता मिलेगी। ब्रोंज और सिल्वर सर्टिफाइड स्कूलों को दिसंबर में होने वाले दूसरे चरण के स्कूल प्रमाणीकरण में शामिल होने का मौका मिलेगा। सिल्वर और ब्रोंज प्रमाणित स्कूल गोल्ड सर्टिफिकेशन के लिए दोबारा प्रमाणीकरण प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे। गोल्ड सर्टिफाइड स्कूलों को तीन वर्ष की अवधि के बाद दोबारा प्रमाणीकरण में शामिल होने का मौका मिलेगा।
टीएनए के पहले दिन 23,000 शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक लिया असेसमेंट में भाग
राज्य के सभी जिलों में आज से टीचर्स नीड असेसमेंट की शुरुआत हुई। टीचर्स नीड असेसमेंट में आज पहले दिन राज्य के 23,000 शिक्षकों ने उत्साह के साथ भाग लिया। शिक्षकों का यह उत्साह दर्शाता कि वे अपने व्यावसायिक विकास के लिए कितने समर्पित हैं। शिक्षकों का कहना था कि TNA से न केवल उनकी व्यक्तिगत दक्षताओं में वृद्धि होगी, बल्कि शिक्षण की गुणवत्ता और छात्रों के सीखने के अनुभव में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
यह आंकलन शिक्षकों की आवश्यकताओं को समझने और उन्हें बेहतर प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराने में सहायक होगा। शिक्षकों से CENTA एप के माध्यम से ऑनलाइन 200 प्रश्न पूछे गए थे। असेसमेंट के लिए तीन घंटे का समय दिया गया था। दो पालियो में यह आंकलन परीक्षा ली गयी।
News Desk