गुमला जिले के घाघरा प्रखंड स्थित हेदमी ग्राम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं का जायजा लिया और क्षेत्रीय विकास योजनाओं का निरीक्षण किया। हाल ही में चर्चा में आए इस सुदूरवर्ती ग्राम ने प्रशासन का ध्यान तब खींचा जब ग्रामीणों ने अपनी उपेक्षा के खिलाफ वोट बहिष्कार का ऐलान किया। उपायुक्त के इस दौरे का उद्देश्य समस्याओं का स्थायी समाधान और ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का तत्काल लाभ प्रदान करना था।
जल समस्या और जल मीनारों का निरीक्षण
उपायुक्त ने गांव में जल आपूर्ति की स्थिति का गहराई से निरीक्षण किया।
- जल मीनारों की स्थिति: पुराने जल मीनारों की खराब स्थिति को देखते हुए, उपायुक्त ने नए जल मीनारों के लिए संभावित स्थलों का निरीक्षण किया।
- जल स्रोत का मूल्यांकन: पानी की आपूर्ति के मुख्य स्रोतों का जायजा लिया गया और अधिकारियों को जल समस्या के स्थायी समाधान के लिए ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए।
ग्रामीणों ने पानी की कमी के कारण हो रही दिक्कतों को साझा किया, जिस पर उपायुक्त ने शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
विशेष शिविर: योजनाओं का लाभ ऑन-द-स्पॉट
उपायुक्त के दौरे के दौरान हेदमी ग्राम में एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विभागों ने ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए स्टॉल लगाए।
सेवाएं और योजनाएं:
- स्वास्थ्य विभाग:
- सिकल सेल एनीमिया, हीमोग्लोबिन और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों की जांच।
- प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं।
- सामाजिक सुरक्षा योजनाएं:
- वृद्धा पेंशन योजना।
- मइया सम्मान योजना।
- सावित्री बाई फुले किशोरी योजना।
- मातृ वंदना योजना।
- अन्य विभागीय सेवाएं:
- मनरेगा: श्रमिकों को काम का आवंटन।
- पशुपालन विभाग: पशु देखभाल और प्रशिक्षण।
- ऊर्जा विभाग: गांव में बिजली कनेक्शन की स्थिति पर चर्चा।
- अबुआ आवास योजना: आवास योजना से पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण।
ग्रामीणों ने इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर अपनी समस्याओं के समाधान की दिशा में सकारात्मक कदम महसूस किया।
ग्रामीणों की मांग: विकास कार्यों पर जोर
शिविर के दौरान ग्रामीणों ने उपायुक्त को अपनी समस्याओं और मांगों से अवगत कराया।
प्रमुख मांगें:
- सड़क निर्माण: गांव को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने के लिए बेहतर सड़कों की जरूरत।
- शिक्षा सुविधाएं:
- उच्च विद्यालय की स्थापना।
- गर्ल्स और बॉयज़ हॉस्टल का निर्माण।
- स्वास्थ्य सेवाएं:
- एम्बुलेंस सेवा की व्यवस्था।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण।
- जल मीनारों की मरम्मत: पुराने जल मीनारों को दुरुस्त करने और नए निर्माण के लिए आवेदन।
उपायुक्त ने इन मांगों पर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया और संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
उपायुक्त के निर्देश: विकास कार्यों में तेजी
बैठक और निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
- सरकारी योजनाओं से 100% आच्छादन: सभी ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के निर्देश।
- जल समस्या समाधान: जल मीनारों के निर्माण और रखरखाव को प्राथमिकता देने का आदेश।
- शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर: विद्यालय और अस्पताल निर्माण के प्रस्तावों को शीघ्र मंजूरी देने का आश्वासन।
- साप्ताहिक समीक्षा: ग्रामीण विकास कार्यों और योजनाओं की प्रगति का साप्ताहिक आधार पर निरीक्षण।
दौरे का प्रभाव: ग्रामीणों में नई आशा
उपायुक्त के दौरे और शिविर के आयोजन ने ग्रामीणों में विश्वास और उत्साह पैदा किया है। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच सीधा संवाद स्थापित होने से विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है।
ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन की यह पहल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगी।
निष्कर्ष: प्रशासन और समुदाय के बीच मजबूत संवाद
हेदमी ग्राम का यह दौरा गुमला प्रशासन के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह न केवल ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
क्या आप भी अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए ऐसी पहल चाहते हैं? अपनी राय हमें जरूर बताएं।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया