गुमला – उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने आज राजकीयकृत +2 उच्च विद्यालय टोटो का औचक निरीक्षण किया। यह दौरा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और “शिक्षा कर भेंट” अभियान के तहत किया गया। इस निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने विद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था की गहन समीक्षा की और छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें प्रेरित किया।
विद्यालय में निरीक्षण का प्रमुख उद्देश्य
1. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार:
उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में शत-प्रतिशत परिणाम सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
- छात्रों के लिए शिक्षा का माहौल बेहतर बनाना प्राथमिकता है।
- शिक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे छात्रों को पिछले प्रश्न पत्रों का अभ्यास कराएं।
2. विद्यार्थियों को प्रेरित करना:
- उपायुक्त ने छात्रों को बड़े लक्ष्य निर्धारित करने और उनके प्रति मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
- जीवन में बड़े सपने देखने और उनके लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रयास करने का संदेश दिया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य अवलोकन
1. छात्रों के साथ संवाद:
- उपायुक्त ने विद्यालय में 2 घंटे से अधिक का समय बिताया।
- उन्होंने 10वीं, 11वीं और 12वीं के विज्ञान वर्ग के छात्रों के साथ गणित, विज्ञान, और भौतिकी जैसे विषयों का क्लास लिया।
- छात्रों की तैयारियों का मूल्यांकन करते हुए उन्हें सुधार के सुझाव दिए।
2. विद्यालय की सुविधाओं का जायजा:
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने विद्यालय में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया, जिसमें शामिल थे:
- स्मार्ट क्लास और ई-विद्या वाहिनी।
- पुस्तकालय और विज्ञान प्रयोगशाला।
- कंप्यूटर क्लास और शैक्षणिक सामग्री।
शिक्षकों के लिए निर्देश और प्रोत्साहन
1. परीक्षा परिणामों पर जोर:
उपायुक्त ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि वे 10वीं और 12वीं के परिणामों को शत-प्रतिशत सुनिश्चित करें।
- छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करने का सुझाव दिया।
- अभ्यास और मार्गदर्शन पर विशेष ध्यान देने को कहा।
2. शैक्षणिक सुधार की योजना:
- उपायुक्त ने शिक्षकों से छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने और नियमित मूल्यांकन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- उन्होंने शिक्षकों को छात्रों के साथ व्यक्तिगत संवाद करने और उनकी समस्याओं को समझने का सुझाव दिया।
जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता
1. भविष्य की योजनाएं:
- गुमला जिला प्रशासन शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है।
- सभी स्कूलों में नियमित निरीक्षण के जरिए प्रशासन का लक्ष्य शिक्षा को और बेहतर बनाना है।
2. छात्रों के लिए सहायता:
- जिला प्रशासन विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है।
- छात्रों को बेहतर संसाधन और मार्गदर्शन उपलब्ध कराने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है।
उपायुक्त की पहल से प्रेरित हुए छात्र
1. शिक्षा में नई ऊर्जा:
- उपायुक्त के संवाद और शिक्षण ने छात्रों में नई ऊर्जा का संचार किया।
- छात्रों ने इस पहल को प्रेरणादायक और मददगार बताया।
2. सफलता की ओर कदम:
- निरीक्षण ने छात्रों को न केवल प्रेरित किया बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया।
- शिक्षकों ने उपायुक्त की पहल की सराहना की और इसे शैक्षणिक सुधार की दिशा में अहम कदम बताया।
शिक्षा की ओर बढ़ता कदम
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का यह निरीक्षण गुमला जिले में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस प्रकार की सक्रियता और मार्गदर्शन से छात्रों और शिक्षकों को प्रेरणा मिलती है और यह सुनिश्चित होता है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हर छात्र तक पहुंचे।
क्या आपके स्कूल में भी इस तरह के प्रयास हो रहे हैं? अपने सुझाव और अनुभव साझा करें।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया