झारखंड के गुमला जिले के गिन्डरा खटंगा गांव में एक दर्दनाक हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया। बुधवार रात करीब 12 बजे, 6-7 अज्ञात अपराधियों ने 28 वर्षीय युवक विनय उरांव की चाकू और कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। घटना के बाद अपराधियों ने मृतक के परिवार और ग्रामीणों को भयभीत करने के लिए बमबारी की।
हत्याकांड का विवरण: घर में घुसकर की गई निर्मम हत्या
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, अपराधी मोटरसाइकिल से आए और विनय उरांव के घर में घुसकर उस पर चाकू और कुल्हाड़ी से हमला किया। उन्होंने उसके पेट और शरीर पर कई वार किए, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हत्या के बाद, अपराधियों ने मृतक की पत्नी कलावती देवी और चाचा संजय उरांव को निशाना बनाते हुए बम फेंके। हालांकि, वे दोनों इस हमले में बाल-बाल बच गए। ग्रामीणों का कहना है कि अपराधियों का मकसद गांव में दहशत फैलाना था।
घटना के पीछे की वजह और संदिग्धों की पहचान
मृतक के चाचा संजय उरांव ने बताया कि विनय उरांव पहले रांची के ईटकिरी गांव में अपने ससुराल में रहता था। कुछ दिनों पहले लोहरदगा जिले के कैरो गांव निवासी सबुद अंसारी और रानी खटंगा गांव निवासी लाल मियां ने उसके साथ मारपीट की थी। इन दोनों पर हत्या में शामिल होने का शक जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
इस हत्याकांड की वजह पुरानी रंजिश मानी जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की तलाश में छापेमारी जारी है।
पुलिस की कार्रवाई: जांच में जुटी टीम
गुमला सदर थाना पुलिस और एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाए हैं और संभावित अभियुक्तों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है।
घटनास्थल से शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना से पूरे गांव में भय का माहौल है।
ग्रामीणों में दहशत, पुलिस से सुरक्षा की मांग
इस हत्याकांड और बमबारी की घटना ने गिन्डरा खटंगा गांव में दहशत पैदा कर दी है। ग्रामीणों ने पुलिस से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और गांव में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत
गुमला जिले में हुए इस निर्मम हत्याकांड ने एक बार फिर झारखंड में बढ़ते अपराधों की ओर ध्यान खींचा है। प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में तेजी से कार्रवाई करे और दोषियों को सख्त सजा दिलाए। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सुरक्षित हैं? प्रशासन और समाज को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया