गुमला: समाजसेवी और महावीर मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक आचार्य कुणाल किशोर के आकस्मिक निधन पर गुमला के स्वामी सहजानंद सरस्वती समिति ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। गुमला के गोकुल नगर भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में समाज के लगभग 50 लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष रामसागर सिंह ने की। उन्होंने कुणाल किशोर के जीवन और सामाजिक योगदान का वर्णन करते हुए कहा, “कुणाल किशोर समाज के लिए प्रेरणास्रोत थे। एक उच्च पद पर रहते हुए भी उन्होंने समाज सेवा को सर्वोपरि रखा। उनके जीवन से हमें यह सीखने को मिलता है कि सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
महावीर मंदिर ट्रस्ट का योगदान
रामसागर सिंह ने महावीर मंदिर ट्रस्ट की स्थापना में कुणाल किशोर के योगदान को भी याद किया। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है, जो समाज के लिए गौरव का विषय है। “उनका आकस्मिक निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है,” सिंह ने कहा।
श्रद्धांजलि अर्पित
सभा के दौरान उपस्थित लोगों ने कुणाल किशोर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस दौरान उनके परिवार को इस कठिन समय में आत्मबल देने के लिए प्रार्थना की गई।
जीवन और योगदान पर चर्चा
समाज के वरिष्ठ सदस्य रविकांत वत्स ने कुणाल किशोर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा, “उनका जाना समाज के लिए बड़ी क्षति है, लेकिन उनके कार्यों और आदर्शों से हम प्रेरणा लेते रहेंगे। उनकी स्मृतियां हमें हमेशा सामाजिक सेवा के प्रति प्रेरित करेंगी।”
कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों द्वारा कुणाल किशोर के आदर्शों को अपनाने और समाज सेवा में उनके नक्शे कदम पर चलने की शपथ के साथ हुआ।
कुणाल किशोर जैसे व्यक्तित्व समाज के लिए अमूल्य धरोहर होते हैं। उनका जीवन यह संदेश देता है कि समाज सेवा में लगी ऊर्जा न केवल व्यक्तिगत प्रतिष्ठा बल्कि समाज के समग्र विकास का आधार बनती है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया