गुमला, झारखंड | फरवरी 2025 – झारखंड के गुमला जिले के डूमरी प्रखंड स्थित बाबा टांगीनाथ धाम में महाशिवरात्रि का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत विभिन्न राज्यों से हजारों श्रद्धालु पहुंचे और भगवान शिव का जलाभिषेक व पूजन-अर्चन किया। पूरा मंदिर परिसर “हर-हर महादेव”, “जय माता पार्वती” और “हर-हर गंगे” के गगनभेदी जयघोष से गूंज उठा, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, भक्तिमय संगीत से गूंजा धाम
महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा टांगीनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। भजन-कीर्तन के आयोजन में भक्तगण भक्ति भाव में लीन नजर आए। मंदिर समिति द्वारा महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग बैरिकेडिंग की गई थी, जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन और पूजन में कोई असुविधा न हो। भक्तों ने घंटों कतार में खड़े होकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया और मंदिर परिसर में दिव्य आध्यात्मिक माहौल का अनुभव किया।
भंडारे का आयोजन, श्रद्धालुओं को वितरित किया गया प्रसाद
शिव भक्तों के लिए विशेष भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। भक्तों ने श्रद्धा और आस्था के साथ भगवान शिव को अर्पित प्रसाद ग्रहण किया।
सुरक्षा और सुविधाओं के व्यापक इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया।
- चैनपुर अंचल निरीक्षक महेंद्र कुमार करमाली, डूमरी थाना प्रभारी अनुज कुमार और एसएसबी के जवान सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद रहे।
- चैनपुर अनुमंडल पदाधिकारी पूर्णिमा कुमारी, डूमरी बीडीओ उमेश कुमार और सीओ रामप्रवेश कुमार ने पूरे आयोजन की निगरानी की और विधि व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कड़े प्रबंध किए।
- श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई थी।
- स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तैनात रही, जिससे जरूरतमंदों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।
श्रद्धा और भक्ति का बना अद्भुत संगम
बाबा टांगीनाथ धाम में आयोजित महाशिवरात्रि पर्व श्रद्धा, भक्ति और आस्था का भव्य प्रतीक बना। हजारों भक्तों ने इस आयोजन में हिस्सा लेकर भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। मंदिर समिति और प्रशासन के सहयोग से यह आयोजन पूरी व्यवस्था और शांति के साथ संपन्न हुआ। बाबा टांगीनाथ धाम में उमड़ा आस्था का यह सैलाब धार्मिक उत्साह और आध्यात्मिक ऊर्जा का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत कर गया।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया