गुमला, झारखंड | फरवरी 2025 – श्रद्धा और आस्था के प्रमुख केंद्र महसादाशिव मंदिर (मरदा) में इस वर्ष 1 और 2 मार्च 2025 को वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, जिसमें मंदिर प्रशासन, स्वयंसेवक और स्थानीय भक्तजन बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
मंदिर का सौंदर्यीकरण और नवीनीकरण कार्य अंतिम चरण में
महोत्सव से पहले मंदिर के नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। विशेषज्ञ कारीगरों द्वारा मंदिर के गुंबद और आंगन को भव्य रूप दिया जा रहा है।
- गुंबद को रंग-बिरंगी सजावट और पारंपरिक शैलियों के चित्रों से अलंकृत किया जा रहा है।
- मंदिर परिसर को फूलों और एलईडी लाइट से सजाया जा रहा है, जिससे इसकी भव्यता और भी बढ़ गई है।
- आंगन में पारंपरिक और आधुनिक कला का समावेश कर अनोखा आध्यात्मिक वातावरण तैयार किया जा रहा है।
विशाल मंच और भक्तिमय सजावट
महोत्सव को और भव्य बनाने के लिए विशाल मंच तैयार किया जा रहा है, जिसमें प्राचीन स्थापत्य कला की झलक देखने को मिलेगी।
- फूलों की सुंदर सजावट के साथ भगवान शिव की आकर्षक छवियों वाले बैनर मंच की शोभा बढ़ाएंगे।
- संस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा।
- शिवभक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए आयोजन स्थल को व्यवस्थित रूप से तैयार किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान
महोत्सव में झारखंड, ओडिशा और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
- विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग से सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- भीड़ नियंत्रण और चिकित्सा सहायता के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है।
- मंदिर प्रबंधन स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग के सहयोग से सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
भक्ति और श्रद्धा के रंग में रंगेगा महासदाशिव महोत्सव
महोत्सव के दौरान श्रद्धालु भजन-कीर्तन और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर आध्यात्मिक आनंद प्राप्त करेंगे। आयोजन समिति ने सभी भक्तों से अनुरोध किया है कि वे इस पावन अवसर का हिस्सा बनें और शिव भक्ति के इस अनोखे संगम में शामिल होकर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करें।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया