गुमला, 8 मार्च 2025: गुमला जिले की प्रियंका कुमारी ने परंपरागत मिट्टी के बर्तन निर्माण को आधुनिक स्वरूप देकर न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सशक्त किया, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बनीं। उज्जना बिजना अभियान के तहत उन्होंने मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड की सहायता से यह सफलता प्राप्त की।
तकनीकी नवाचार से बदली जिंदगी
✔ प्रियंका को वर्ष 2023 में 90% अनुदानित दर पर इलेक्ट्रिक चाक और पगमिल प्राप्त हुआ।
✔ इससे पहले, उनके परिवार में मिट्टी के बर्तन बनाने का कार्य हाथ से किया जाता था, जो बेहद श्रमसाध्य था और महिलाओं के लिए कठिन भी।
✔ इलेक्ट्रिक चाक के उपयोग से न केवल कार्य में तेजी आई, बल्कि उत्पादन भी बढ़ा, जिससे उनकी आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
आधुनिक तकनीक से आर्थिक सशक्तिकरण
✔ कम समय में अधिक उत्पाद तैयार होने से बाजार में उनकी मांग बढ़ी।
✔ मिट्टी के परंपरागत बर्तन निर्माण को व्यवसाय का रूप देकर प्रियंका ने अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत किया।
✔ प्रियंका की सफलता यह दर्शाती है कि सही संसाधन और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
प्रेरणादायक सफर
✔ प्रियंका की यह यात्रा अन्य महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो सरकारी योजनाओं और आधुनिक तकनीकों का लाभ उठाकर अपनी आजीविका को सशक्त कर सकती हैं।
✔ गुमला प्रशासन का लक्ष्य ऐसी ही और महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
जिला प्रशासन की शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, गुमला जिला प्रशासन ने प्रियंका की सफलता को सराहा और अन्य महिलाओं को भी इसी तरह प्रेरित होने का संदेश दिया।
प्रियंका कुमारी की यह सफलता साबित करती है कि सही मार्गदर्शन, संसाधनों और तकनीकी सहयोग से महिलाएं हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया
Edited by – Sanjana Kumari