गुमला, 8 मार्च 2025: गुमला जिले में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए “उज्जना बिज्जना अभियान” के तहत स्वरोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ग्राम टोटो की अनीता देवी ने मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड की सहायता से अपने परिवार की परंपरागत कला को न केवल संरक्षित किया, बल्कि इसे एक सफल व्यवसाय में भी बदला।
तकनीक के इस्तेमाल से मिली नई पहचान
✔ वर्ष 2022 में अनीता देवी को 90% अनुदानित दर पर इलेक्ट्रिक चाक और पगमिल प्रदान किया गया।
✔ पहले मिट्टी के बर्तन निर्माण का कार्य सिर्फ बुजुर्ग और पुरुषों द्वारा किया जाता था, क्योंकि यह अधिक श्रमसाध्य था।
✔ इलेक्ट्रिक चाक मिलने के बाद अनीता भी आसानी से इस कार्य में योगदान देने लगीं, जिससे उत्पादन बढ़ा और समय की बचत हुई।
आर्थिक रूप से सशक्त हुईं अनीता देवी
✔ आधुनिक तकनीक अपनाने के बाद उनकी आमदनी में 50% की वृद्धि हुई।
✔ कम समय में अधिक उत्पाद तैयार होने से बाजार में मांग बढ़ी, जिससे उनका व्यवसाय तेजी से विकसित हुआ।
✔ उनका यह प्रयास परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणादायक साबित हो रहा है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम
✔ गुमला जिला प्रशासन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष योजनाओं से जोड़कर उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहा है।
✔ अनीता देवी की सफलता यह दर्शाती है कि यदि सही संसाधन और मार्गदर्शन मिले, तो महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम कर सकती हैं।
जिला प्रशासन की शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गुमला जिला प्रशासन ने अनीता देवी की सफलता को सराहा और अन्य महिलाओं को भी प्रेरित होने का संदेश दिया।
अनीता देवी की यह सफलता साबित करती है कि यदि सही अवसर और संसाधन उपलब्ध हों, तो महिलाएं अपनी परंपरागत कला और कौशल को नए आयाम देकर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती हैं।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया
Edited by – Sanjana Kumari