गुमला: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में गुमला जिले के करौंदी बगीचा, जयपुर रोड में एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में राजकीय मान-सम्मान, अलग पहचान, रोजगार की गारंटी और आंदोलनकारियों के लिए 50 हजार रुपये मासिक पेंशन की मांग उठाई गई। यदि सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती, तो 24 मार्च 2025 को विधानसभा का घेराव करने का निर्णय लिया गया है।
सम्मेलन में रखी गई प्रमुख मांगें:
- झारखंड आंदोलनकारियों को राजकीय सम्मान और अलग पहचान मिले।
- पेंशन की बाध्यता खत्म कर सभी आंदोलनकारियों को 50,000 रुपये मासिक पेंशन मिले।
- झारखंड आंदोलनकारियों के बच्चों को रोजगार और सीधी नियुक्ति का अवसर मिले।
- जेल जाने की बाध्यता समाप्त की जाए।
- विस्थापितों को भू-अर्जन अधिनियम के तहत उचित मुआवजा और पुनर्वास मिले।
संघर्ष को और तेज करने का आह्वान
सम्मेलन में उपस्थित झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा,
“गुमला संघर्ष की धरती रही है। यदि हमारे अधिकारों पर हमला हुआ, तो एक और उलगुलान होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो स्वयं आंदोलनकारियों के पुत्र हैं, यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं करते, तो हम 24 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे।”
उन्होंने कहा कि सरकार को आंदोलनकारियों के लिए मेडिकल सुविधा और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो मुख्यमंत्री के खिलाफ कनाइठी लगाने (सख्त विरोध) का काम किया जाएगा।
सम्मेलन में जिला कमेटी का पुनर्गठन
सम्मेलन में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की नवगठित जिला कमेटी की घोषणा की गई, जिसमें शामिल हैं:
- संरक्षक: अल्फ्रेड आइंद
- अध्यक्ष: खोरस केरकेट्टा
- उपाध्यक्ष: सोमारी देवी
- महासचिव: पुनई उरांव
- कोषाध्यक्ष: सुजात तोप्पो
- सचिव: विजय उरांव, मंजू सरोजिनी मिंज, जुवेल टोप्पो
- उपसचिव: भोलानाथ सिंह, आलोक लकड़ा, प्रकाश उरांव, किशोर गिद्ध, नीलू देवी, बीरू उरांव
- कार्यकारी सदस्य: देवकी, कोलिस्तान टोप्पो, सोमरा उरांव, सिलबीरुयूश तिग्गा, राजेश्वर उरांव, मार्शेल लकड़ा, पुष्पा लकड़ा, सबिता देवी, रानी उरांव, सुषमा केरकेट्टा, प्रतिमा कुजुर, पोल लकड़ा
सरकार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा
केंद्रीय कोषाध्यक्ष सरोजिनी कच्छप ने कहा कि सरकार को आंदोलनकारियों के संघर्ष को स्वीकार करना होगा। दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के सह प्रभारी अंथन लकड़ा ने झारखंड को बेहतर और समृद्ध राज्य बनाने के लिए आंदोलनकारियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
इस कार्यक्रम का संचालन दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की अध्यक्ष रोजलीन तिर्की ने किया। सम्मेलन में उपस्थित सभी आंदोलनकारियों ने एकजुट होकर सरकार से अपने हक के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया