गुमला — नशीली पदार्थों की बढ़ती प्रवृत्ति पर रोक लगाने की दिशा में गुमला जिला प्रशासन ने एक प्रेरक पहल करते हुए जिले के सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस अभियान का उद्देश्य छात्रों के माध्यम से समाज में नशा विरोधी संदेश फैलाना और नई पीढ़ी को जागरूक करना रहा।
प्रतियोगिता में गुमला के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और नशा छोड़ने तथा स्वस्थ जीवन अपनाने को लेकर प्रभावशाली और प्रेरणादायक स्लोगन प्रस्तुत किए। उनके नारों में समाज को झकझोर देने वाला संदेश था, जैसे —
“नशा मुक्ति का अभियान, बने जन-जन की पहचान”,
“हम सबकी यही पुकार, नशे का हो बहिष्कार”,
“नशा छोड़ो, भविष्य बचाओ”, और
“गुमला बोले एक स्वर में – नशा छोड़ो, प्रगति जोड़ो”।
गुमला की उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने इस मौके पर कहा, “बच्चों को नशे से दूर रखने में शिक्षकों और अभिभावकों की अहम भूमिका होती है।” उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग की पहल पर सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ‘प्रहरी क्लब’ का गठन कर दिया गया है, जो विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने का कार्य लगातार कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की गतिविधियां न केवल विद्यार्थियों को दिशा दिखाने का कार्य कर रही हैं, बल्कि पूरे समाज में नशे के खिलाफ एकजुटता और चेतना फैलाने में भी सहायक सिद्ध हो रही हैं।
गुमला प्रशासन द्वारा किया गया यह प्रयास नशा मुक्ति आंदोलन को जन-आंदोलन में परिवर्तित करने की दिशा में एक सार्थक कदम माना जा रहा है, जिससे न केवल युवा पीढ़ी को जागरूक किया जा सकेगा बल्कि स्वस्थ और समर्थ गुमला की नींव भी रखी जा सकेगी।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया