खलारी, 09 जनवरी : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, गुमला झारखंड स्थित शिव दर्शन भवन में रविवार को गुमला की 11 बीके बहनों का समर्पण समारोह मनाया गया। साथ ही गुमला शहर स्थित ब्रह्माकुमारीज द्वारा 51 वर्षों के अथक सेवा के बाद 51 नारियल फोड़कर नवनिर्मित शिव दर्शन भवन का उद्घाटन हुआ। मौके पर उपस्थित डकरा सुभाष नगर के बीके बहन-भाइयों ने बताया कि इस समारोह में ब्रह्मकुमारी से जुड़े हजारों ब्रह्मा वत्सों के बीच कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। जहां मुख्य अतिथि के रूप में माउंट आबू, राजस्थान से पहुंचे अमूल्य रत्न राजयोगी बीके राजु भाई ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा कि जीवन वही श्रेष्ठ है, जो प्रभु के नाम समर्पित हो जाये। विश्व कल्याण के लिए इन कन्याओं ने जो अपना सर्वस्व आज समर्पित किया है, इससे महान कार्य और कुछ भी नहीं हो सकता। समर्पित होने वाली बहनों के प्रति विशेष शुभ राय देते हुए उन्होंने कहा कि जीवन भर ट्रस्टी होकर रहना है। बुद्धि में यही रहे कि हमारा कुछ भी नहीं, सब उस परमात्मा पिता का है। मैं पन या मेरा पन यह दोनों शब्द अभिमान के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि ये देखकर खुशी होती है कि आज के आधुनिक युग में भी ये बहनें दुनिया की चकाचौंध को छोड़ आध्यात्मिकता में अपनी रुचि रखे हुए हैं। गुमला सेवा केंद्र की मुख्य बीके शांति दीदी ने कहा कि अगर हम अपने समय व शक्ति को मानव की भलाई के कार्य में लगाएं तो हमारा जीवन आनन्द से भरपूर हो सकता है। वही इस कार्यक्रम नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान समर्पित होने वाली सभी बीके बहनों ने सुनहरे पीले रंग की चुन्नी ओढ़ रखी थी। बहनों ने पूरी सभा के बीच मे ही ब्रह्माकुमारी की धारणाओं को जीवन में अपनाने का प्रतिज्ञा लिया । साथ में उनके मात-पिता ने खुद अपनी कन्या का हाथ शिव बाबा को सौंप दिया। इस मौके पर मुख्य रूप से माउंट आबू, राजस्थान से राजयोगिनी बीके रूकमणी दीदी, कटक, उ
ड़ीसा से राजयोगिनी बीके कुलदीप दीदी, ।कोलकत्ता पश्चिम बंगाल से राजयोगिनी बीके मुन्नी बहन, गुमला की मुख्य शांति दीदी और समर्पित होने वाली कन्याओं के साथ उनके माता-पिता के साथ डकरा सुभाष नगर के अनेकों बीके भाई-बहन उपस्थित रहें।