धनबाद (भूली): विश्वकर्मा समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक लोहार विकास मंच के बैनर तले रविवार को भूली की रंगुनी बस्ती विश्वकर्मा मंदिर में हुई। बैठक में सालों से अधूरे पड़े विश्वकर्मा मंदिर निर्माण कार्य को हर हाल पूरा करने की बीड़ा उठाया गया. समाज के लोगों ने तन-मन-धन से सहयोग कर मंदिर को पूरा करने का संकल्प लिया गया. बैठक में लोगों ने एक स्वर से मंदिर निर्माण का कार्य पूरा करने के लिए लगातार एक-दूसरे के संपर्क में रहने और निर्माण की गतिविधियों से जुड़े रहने का आह्वान किया.
सामूहिक सहयोग से मंदिर का निर्माण कार्य पूूूर्ण होगा : लखी शर्मा
बैठक की अध्यक्षता करते हुए लखी शर्मा ने कहा कि सबसे पहले हम सबको मिलकर समाज की कुरीतियों को मिटाना होगा, सभी को एक मंच पर संगठित होना होगा, तभी हम सामाजिक और आर्थिक विकास कर सकते हैं. श्री शर्मा ने कहा कि कोई भी समाज तभी तरक्की करेेेगा, जब हमसब मिलकर सामाजिक संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे, तभी समाज को सही दशा और दिशा दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक मंदिर के जीर्णोद्धार की बात है तो हमारा मंच इसमें पूरा सहयोग करेगा और रामनवमी के बाद मंदिर के अधूरे पड़े कार्यों को अपने हाथ में लेगा, लेकिन बगैर सामूहिक सहयोग से कुछ भी संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि ये कहते हुए हमें बहुत दुख हो रहा है कि धनबाद में विश्वकर्मा समाज की इतनी बड़ी आबादी होते हुए भी आज मंदिर का काम अधूरा है. ये कहीं न कहीं हमारी सामाजिक चुनौतियों और उसकी कुरीतियों को दर्शाता है. इसे हमसब को मिलकर दूर करने का प्रण लें सबकुछ संभव है.
लोहार विकास मंच का स्लोगन है-सबका साथ-सबका विकास: अरविंद विश्वकर्मा
बैठक में मंतोष क्लासेज के एमडी मंतोष विश्वकर्मा ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति जब तक समाज अपना योगदान समाज में नहीं देंगे, तब तक यह मंच सफल नहीं होगा। बैठक में मुख्य वक्ता और वर्षों से जुड़े रहे मनोज विश्वकर्मा ने कहा कि सालों से मंदिर के अधूरे कार्य को समाज की तत्परता से ही मंदिर को पूर्ण किया जा सकता है. इसके लिए समाज को एकजुट होना होगा. समाज को आगे आना होगा और अपना अहम योगदान देना होगा। इस विषय में मंच के कार्यकारिणी अध्यक्ष अरविंद विश्वकर्मा ने कहा कि सबका साथ सबका विकास, लोहार विकास मंच का स्लोगन है. इसी को ध्येय मानकर मंच के सभी कार्यों को सफल बनाना है और मंदिर का कार्य भी पूर्ण करना है। बैठक में मुख्य रूप से अवधेश विश्वकर्मा, सुभाष विश्वकर्मा, बबलू विश्वकर्मा, संतोष विश्वकर्मा, विजय कुमार, बिनोद विश्वकर्मा, दीपक विश्वकर्मा, धीरेंद्र शर्मा, अनुराग कुमार,अर्जुन विश्वकर्मा, राजन विश्वकर्मा, ओमकार कुमार आदि उपस्थित थे।