नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रह चुके बृज भूषण शरण सिंह की अब मुश्किलें बढ़नेवाली है. देश के जाने-माने कुश्ती पहलवानों ने रविवार से एक बार फिर बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ धरना देना शुरू कर दिया है. इससे दिल्ली पुलिस की परेशानी बढ़ गई है. लेकिन इस बार एथलीटों को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का सपोर्ट मिल गया है. इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी इस मामले में पुलिसवालों पर ही एफ़आईआर दर्ज करने की मांग कर सत्ता के गलियारों में सनसनी फैला दी है.
‘बेटियां जब मेडल जीतती हैं तो हम उन्हें चाय पर बुला कर उनके साथ बड़ी शान से तस्वीरें खिंचवाते हैं’
सत्यपाल मलिक ने बुधवार को कहा कि जिन एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन के लिए देश में सम्मानित किया गया, आज उन्हीं को न्याय के लिए सड़कों पर उतरना शर्मनाक है. मलिक ने कहा जब हमारी बेटियां मेडल जीतती हैं और तिरंगा फहराती हैं, उस समय बड़ी बेशर्मी से हम उन्हें सम्मानित करने के लिए चाय पर बुलाते हैं और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं. आज वो सड़कों पर हैं. हमें शर्म से डूब जाना चाहिए.
FIR दर्ज नहीं करने पर पुलिस के ख़िलाफ़ ही FIR दर्ज की जा सकती है: स्वाति मालीवाल
वहीं स्वाति मालीवाल ने कहा कि पांच दिन हो गए, लेकिन दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के यौन शोषण मामले में एफ़आईआर दर्ज नहीं की. ये अवैध है. आईपीसी की धारा 166 ए (सी) के अनुसार अगर कोई पुलिसवाला एफ़आईआर दर्ज नहीं करता तो उसके ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है. हमने दोषी पुलिसवालों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करने की सिफ़ारिश की है. पहलवानों ने बृज भूषण शरण सिंह पर महिला एथलीटों के यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं और पुलिस में शिकायत भी दर्ज करायी है.